प्रेग्नेंसी में महिलाओ के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। इन बदलावों से गुजरना हर महिला के लिए समस्या का कारण बन सकता है। दरअसल, प्रेग्नेंसी में महिलाओं के शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण उनका मूड भी प्रभावित होता है। प्रेग्नेंसी में महिलाएं जो कुछ खाती हैं उसका असर उनके और बच्चे के स्वास्थ्य पर देखने को मिलता है। कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी के मध्य में मीठी चीजें ज्यादा खाने का मन करता है। लेकिन, डॉक्टर्स की मानें तो इस दौरान मीठी चीजें खाने से महिलाओं को डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है। इस समय यदि ज्यादा मीठा खाया जाए तो इससे डायबिटीज की समस्या बच्चे तक भी ट्रांसफर हो सकती है। ऐसे में महिला को डाइट पर नियंत्रण बनाए रखना होता है। साथ ही, पौष्टिक चीजों को खाने पर ज्यादा ध्यान देना पड़ता है। आगे साईं पॉलीक्लीनिक की वरिष्ठ स्री रोग विशेषज्ञ डॉ. विभा बंसल से जानते हैं कि प्रेग्नेंसी में शुगर क्रेविंग्स को कैसे कम करें।
प्रेग्नेंसी में शुगर क्रेविंग्स को कैसे कम करें? - How To Stop Sugar Cravings During Pregnancy In Hindi
शुगर क्रेविंग्स को समझें
प्रेग्नेंसी में हार्मोनल बदलाव की वजह से महिलाओं को कई तरह की चीजों को खाने का मन करता है। कुछ महिलाओं को इस दौरान खट्टी चीजें खाने का मन करता है। जबकि, कुछ महिलाओं को मीठा या आइसक्रीम खाने की इच्छा होती है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन इस समय ज्यादा मीठा खाने से महिलाओं को डायबिटीज हो सकती हैं। ऐसे में महिलाएं शुगर क्रेविंग्स से बचने के लिए हेल्दी ऑप्शन का चुनाव कर सकती हैं। मीठा खाने के मन करें तो नारियल पानी का सेवन किया जा सकता है।
पोषक तत्वों से भरपूर विकल्पों को चुनें
मीठा खाने का जब भी महिला का मन करे तो उनको आप विटामिन और मिनरल्स से भरपूर चीजे दे सकते हैं। ऐसे में आप महिला को ताजे मीठे फल या सूखे मेवे दे सकते हैं। आपको बता दें कि इन चीजों के सेवन से महिला को किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है और इससे बच्चे को भी पोषण मिल पाता है।
ब्रेकफास्ट अवश्य करें
प्रेग्नेंसी में ब्लड शुगर के लेवल को मेंटेन करने के लिए आप डाइट में बदलाव अवश्य करें। सुबह के नाश्ते को न छोड़ें। सुबह के समय संतुलित आहार का सेवन करें। इससे आपको पूरा दिन एक्सट्रा खाने की इच्छा नहीं होती है और महिलाओं को शुगर क्रेविंग्स में आराम मिलता है। साथ ही, उनकी भूख नियंत्रित होती है।
हाइड्रेटेड रहें
कुछ महिलाओं को डिहाइड्रेशन की वजह से चीनी या मीठा खाने की इच्छा हो सकती है। इस दौरान एमनियोटिक द्रव को बनाए बनाए रखने के लिए पर्याप्त रूप से हाइड्रेटेड रहना आवश्यक है। इससे बचने के लिए आप पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें। इससे शुगर क्रेविंग्स कम होती है।
एक्सरसाइज करें
प्रेग्नेंसी में हार्मोनल बदलावों को कम करने के लिए आप एक्सरसाइज को दिनचर्या में शामिल करें। इस दौरान योगा और एक्सरसाइज से आपके हार्मोन का स्तर सही बना रहता है। जिसकी वजह से आपको अनावश्यक खाने की इच्छा नहीं होती है।
इसे भी पढ़ें : गर्भाशय में गांठ (फाइब्रॉएड) कैसे करती है प्रेग्नेंसी और फर्टिलिटी को प्रभावित, जानें डॉक्टर से
प्रेग्नेंसी में हार्मोनल बदलाव की वजह से सिरदर्द, उल्टी, जी-मिचलाने की समस्या हो सकती है। साथ ही, आप डाइट में बदलाव न करें। इसके अलावा, ओवरइटिंग करने से बच्चे के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है। प्रेग्नेंसी में यदि समस्या अधिक हो रही है तो इसे नजरअंदाज न करें। इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से मिलें।