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बीपी को कंट्रोल में रखने के ल‍िए रोज करें ये 3 योगासन, हार्ट हेल्थ भी रहेगी बेहतर

Yoga for Cardiovascular Health: बीपी को कंट्रोल करने के ल‍िए आप 3 आसान योगासन घर पर कर सकते हैं। जानें इनके बारे में।

Yashaswi Mathur
Written by: Yashaswi MathurUpdated at: Nov 09, 2023 22:19 IST
बीपी को कंट्रोल में रखने के ल‍िए रोज करें ये 3 योगासन, हार्ट हेल्थ भी रहेगी बेहतर

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हाई ब्‍लड प्रेशर शरीर में बीमार‍ियों को बढ़ावा देता है। हाई बीपी के कारण हार्ट से संबंध‍ित समस्‍याएं बढ़ जाती है। आजकल हाई बीपी का सबसे बड़ा कारण बन गया है स्‍ट्रेस। जब हमें तनाव होता है, तब हमारा बीपी तेज हो जाता है। हाई बीपी की समस्‍या से छुटकारा पाने और हार्ट हेल्‍थ को बनाए रखने के ल‍िए कुछ आसान योग घर पर कर सकते हैं। योग करने से हार्ट हेल्‍दी रहेगा और ब्‍लड सर्कुलेशन नॉर्मल रहेगा। आइए इस लेख के माध्‍यम से जानते हैं ऐसे 3 योग के बारे में। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के रवींद्र योगा क्लीनिक के योगा एक्सपर्ट डॉ रवींद्र कुमार श्रीवास्तव से बात की।   

sukhasana benefits

1. सुखासन- Sukhasana

सुखासन करने से तनाव दूर करने में मदद म‍िलती है और बीपी कंट्रोल होता है। सांस को रेगुलेट करने के ल‍िए सुखासन एक अच्‍छा आसन है। इससे मन और तन को शांत रखा जा सकता है। 

  • सुखासन करने के ल‍िए पैरों को आगे की ओर फैलाएं।
  • पैरों को क्रॉस करें और दाएं पैर को बाएं घुटने के नीचे और बाएं पैर को दाएं घुटने के नीचे रखें। 
  • हाथों को घुटनों पर रखें और हथेली को नीचे की ओ रखें। 
  • इस मुद्रा को बनाएं रखें। 
  • गहरी सांस लेते रहें। 
  • फ‍िर सामान्‍य मुद्रा में आ जाएं।  

2. शवासन- Shavasana

  • शवासन को करने का तरीका बेहद आसान है। 
  • इसे करने से ब्‍लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद म‍िलती है।
  • द‍िमाग शांत रहता है और तनाव दूर होता है। 
  • शवासन को करने से स‍िर में दर्द और थकान की समस्‍या भी दूर होती है।

इसे भी पढ़ें- योग या एक्सरसाइज: हार्ट हेल्थ के लिए क्या है ज्यादा फायदेमंद, एक्सपर्ट से जानें

3. भुजंगासन- Bhujangasana

भुजंगासन को करने से शरीर में ऑक्‍सीजन और ब्‍लड का फ्लो बेहतर होता है। इससे तनाव भी कम होता है और द‍िल की सेहत भी अच्‍छी रहती है। जानते हैं भुजंगासन को करने का सही तरीका- 

  • बाजुओं को धड़ की लंबाई के साथ सीधा रखें। 
  • हाथों को आगे लाकर स‍िर के पास रखें। 
  • हाथों पर वजन डालकर छाती को ऊपर उठाएं। 
  • पैरों को उंगल‍ियों के बल पर ट‍िकाएं और पीठ को हल्‍का मोड़ लें।
  • सांस का अंदर लें और छोड़ें। 

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