World Aids Day Common Myths About HIV and AIDS In Hindi: यह बात हम सभी जानते हैं कि एड्स एक गंभीर और लाइलाज बीमारी है। एड्स की वजह से अब तक लाखों जान जा चुकी हैं। ऐसे में बहुत जरूरी है कि एड्स के प्रति लोगों के बीच जागरूकता फैले। इसी उद्देश्य से दुनियाभर में विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। वैसे तो एड्स के बारे में ज्यादातर लोग जानते हैं। लेकिन, इससे जुड़ी कुछ ऐसी बातें हैं, जो गलत हैं। इसके बावजूद, लोग इसे सच मान बैठते हैं। आपको बता दें कि एड्स के प्रति गलत जानकारियां लोगों को भ्रमित कर सकती हैं और एड्स के मरीजों के लिए यह बहुत ही घातक और जानलेवा साबित हो सकती है। इसलिए, इस लेख में हम आपको एचआईवी और एड्स से जुड़े ऐसे मिथकों के बारे में बता रहे हैं, जिन पर लोग विश्वास कर बैठते हैं।
मिथकः एचआईवी ग्रस्त लोगों के साथ रहने से यह रोग फैल सकता है
सच्चाईः एचआईवी पीड़ित व्यक्ति के साथ सिर्फ रहने भर से यह रोग नहीं फैलता है। यह रोग न ही एक टॉयलेट सीट यूज करने से, साथ में खाना खाने से, एक ही हवा में सांस लेने से, गले लगने, हाथ मिलाने से भी नहीं फैलता है। यह रोग एक ही बर्तन में खाना खाने से या फिर जिम के इक्विपमेंट शेयर करने से भी नहीं फैलता है। आपको बता दें कि एचआईवी इंफेक्टेड ब्लड, सीमेन, वजाइनल फ्लूइड और ब्रेस्ट मिल्क से फैल सकता है।
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मिथकः ओरल सेक्स से एचआईवी फैल सकता है
सच्चाईः आमतौर पर सेक्स करने से एचआईवी फैल सकता है। लेकिन, ओरल सेक्स के लिए एचआईवी फैलने की आशंका बहुत कम होती है। Hiv.gov में प्रकाशित एक लेख की मानें, तो ओरल सेक्स के जरिए बहुत कम एचआईवी स्प्रेड होने की संभावना बहुत कम हो जाती है। थियोरेटिकली कह सकते हैं कि अगर किसी का पार्टनर एचआईवी पॉजिटिव है और वह अपनी महिला पार्टनर के मुंह में इजैक्यूलेट हो जाता है, तब भी एचआईवी संक्रमित होने का रिस्क, वजाइनल रिस्क की तुलना में बहुत कम होता है। हालांकि, ओरल सेक्स के जरिए एचआईवी फैलने का रिस्क तब बढ़ जाता है, जब मुंह में अल्सर हो, मसूड़ों से खून आता हो, जननांग में घाव आदि हो जाता है।
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मिथकः मैं कोई ड्रग्स नहीं लेता हूं, इसलिए मुझे कभी एचआईवी नहीं होगा
सच्चाईः आपको बता दें कि आप ड्रग्स लें या नहीं, लेकिन अगर आप मल्टीपल पार्टनर के साथ सेक्स करते हैं, तो एचआईवी होने का रिस्क बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। webmd में प्रकाशित एक लेख के अनुसार, "गे और लेसबियंस को भी एचआईवी होने का रिस्क बहुत ज्यादा होता है।"
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मिथकः एचआईवी होने पर तुरंत बीमारी के लक्षण नजर आने लगते हैं
सच्चाईः यह बिल्कुल गलत अवधारणा है कि एचआईवी या एड्स होने पर तुरंत इस बीमारी के लक्षण उभरने लगेंगे। ऐसा नहीं है। इस बीमारी के लक्षण सालों तक हो सकता है नजर न आएं और आप नॉर्मल जिंदगी जिएं। इसलिए, एचआईवी का पता लगाने के लिए बहुत जरूरी है कि आप इसका टेस्ट करवाएं।
मिथकः एचआईवी पॉजिटिव होने पर जिंदगी खत्म हो जाती है
सच्चाईः यह सच है कि एचआईवी के मरीजों की डेथ रेट बहुत ज्यादा है। लेकिन, आज की तारीख में कई ऐसी दवाईयां आ गई हैं, जो एचआईवी मरीजों की इम्यूनिटी को एचआईवी वायरस से लड़ने में सक्षम बनाती है। इसके साथ ही अगर मरीज अच्छी लाइफस्टाइल, हेल्दी डाइट फॉलो करे, तो वह स्वस्थ और लंबी जिंदगी जी सकते हैं।
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