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  • रयूमेटायड अर्थराइटिस की चिकित्‍सा

    रयूमेटायड अर्थराइटिस की चिकित्‍सा

    रॉकलैंड हॉस्पिटल के आर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर पी.के दवे बता रहे हैं कि रयूमेटायड अर्थराइटिस की चिकित्सा कैसे की जानी चाहिए। डॉक्टर दवे के मुताबिक, इसमें सबसे जरूरी मरीज को दर्द से निजात दिलाने और किसी प्रकार की अनियमितता को दूर करना होता है।

  • गठिया के उपचार में दर्द निवारकों के बाद अगला कदम

    गठिया के उपचार में दर्द निवारकों के बाद अगला कदम

    रॉकलैंड हॉस्पिटल के आर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर पी.के दवे के मुताबिक अगर ऑस्टियो अर्थराइटिस में दवायें काम न करें, तो आप दो तीन चीजें करवा सकते हैं। पहला ज्वाइंट लवार्ज करवा सकते हैं। इसके अलावा टिबिया का छोटा सा एक ऑपरेशन करवा सकते हैं।

  • कूल्हे और घुटनों का ऑस्टियोआर्थराइटिस

    कूल्हे और घुटनों का ऑस्टियोआर्थराइटिस

    रॉकलैंड हॉस्पिटल के आर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर पी.के दवे के मुताबिक कूल्हों का अर्थराइटिस हमारे देश में नजर नहीं आता। हां, घुटनों का अर्थराइटिस काफी सामान्य है। इसके इलाज की शुरुआत दवा, व्यायाम और जीवनशैली में बदलाव करने से होती है। इसका काफी लाभ भी मिलता है।

  • रयूमेटायड अर्थराइटिस और दर्द

    रयूमेटायड अर्थराइटिस और दर्द

    डॉक्टर पी.के दवे के अनुसार रयूमेटायड अर्थराइटिस में दर्द उसके लेवल के हिसाब से होता है| बहुत बार इसमे पेन नहीं होता है वो कभी ज्यादा भी होता है| रयूमेटायड अर्थराइटिस का दर्द जब ज्यादा होता होता है जब वो आक्टिव स्टेज पर होता है| इसके अलावा घुटने, कोहनी आदि में भी दर्द हो जाता है|

  • अर्थराइटिस में कैल्शियम का महत्व

    अर्थराइटिस में कैल्शियम का महत्व

    शरीर को किस उम्र में कॅल्षियम की अधिक ज़रूरत होती है, जानिए डॉक्टर दवे से

  • सफ़र और अर्थराइटिस

    सफ़र और अर्थराइटिस

    अर्थराइटिस के मरीज को अपनी जिंदगी से किसी प्रकार का समझौता करने की जरूरत नहीं है। ऑर्थोनोवा हॉस्पिटल के ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर धनंजय गुप्ता का कहना है कि अगर आप नियमित यात्रा करते हैं, तो केवल अर्थराइटिस की वजह से आपको अपने घर बैठने की जरूरत नहीं है।

  • अर्थराइटिस के प्रबंधन के लिए व्‍यायाम

    अर्थराइटिस के प्रबंधन के लिए व्‍यायाम

    अर्थराइटिस के दौरान व्यायाम किया जा सकता है। ऑर्थोनोवा हॉस्पिटल के आर्थोपेडिक सर्जन, डॉक्टर धनंजय गुप्ता बताते हैं कि जब आपके जोड़ों में सूजन आ जाए और आप अपने जोड़ों का कम से कम इस्तेमाल कर पाएं, तब शायद आपको व्यायाम नहीं करना चाहिए। इससे आपको अधिक नुकसान हो सकता है।