Uttanasana For Epilepsy: किसी टेंशन या तनाव के कारण लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जब आपका नर्वस सिस्टम प्रभावित होता है, तो इससे मिर्गी जैसे रोग का खतरा हो सकता है। मिर्गी की वजह से व्यक्ति की लाइफस्टाइल प्रभावित होती है, क्योंकि मिर्गी के दौरा पड़ने पर व्यक्ति को हाथ-पैरों पर संतुलन नहीं रहता है। लेकिन, लाइफस्टाइल में बदलाव कर मिर्गी के प्रभावों को काफी हद तक कम किया जा सकता है। योगा और एक्सरसाइज से नर्वस सिस्टम की समस्या को कम किया जा सकता है। आगे योगा एक्सपर्ट ऋपसी अरोड़ा से जानते हैं कि मिर्गी की समस्या को कम करने के लिए उत्तानासन कैसे फायदेमंद होता है। साथ ही, आगे उत्तानासन करने का सही तरीका भी बताया गया है।
मिर्गी में उत्तानासन करने के फायदे - Benefits Of Uttanasana For Epilepsy In Hindi
ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करें
मिर्गी की समस्या होने पर डॉक्टर भी मरीज को एक्सरसाइज आदि की सलाह देते हैं। दरअसल, ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर कर ब्रेन को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन और पोषक तत्व प्रदान कर सकते हैं। उत्तानासन बेहद ही सरल आसन हैं। इससे ब्रेन तक ब्लड सर्कुलेशन को पहुंचने में मदद मिलती है। इससे मिर्गी के दौरे में आराम मिल सकता है।
तनाव को कम करें
तनाव की वजह से मिर्गी की स्थिति में गंभीर हो सकती है। उत्तानासन मन को शांत करने के साथ ही तनाव को कम करने में भी मदद करता है। इस आसन के अभ्यास से ब्रेन की मांसपेशियों को आराम पहुंचाता है। इससे तनाव के स्तर में कमी आने लगती है। मिर्गी के दौरान होने वाले तनाव को दूर करने के लिए आप नियमित रूप से उत्तानासन कर सकते हैं।
नर्वस सिस्टम को आराम पहुंचाएं
मिर्गी के दौर में ब्रेन की इलेक्ट्रिक गतिविधियों में समस्या होने लगती है। ऐसे में आप उत्तनासन का अभ्यास कर सकते हैं। इससे नर्वस सिस्टम बेहत होता है। साथ ही, इसमें होने वाली समस्या धीरे-धीरे कम होने लगती है। ब्रेन और नर्वस सिस्टम की समस्या के कारणों को कम करने के लिए आप उत्तानसन कर सकते हैं।
उत्तानासन कैसे करें? How To Do Uttanasana In Epilepsy In Hindi
- उत्तानासन करने के लिए आप जमीन पर सीधे खड़ें हो जाएं।
- इस दौरान आपकी रीढ़ की हड्डी और चेहरा सीधे होने चाहिए।
- इसके बाद आप गहरी सांस लेते हुए शरीर के ऊपरी हिस्से को पैरों की ओर ले जाएं।
- ऐसे में आप हाथ की हथेलियों से पैरों के पंजों को छूने के प्रयास करें।
- आप पोजीशन में आप शुरुआत में 20 से 30 सेकंड रूक सकते हैं।
- इसके बाद दोबारा नॉर्मल पोजीशन में आ जाएं।
- कुछ समय के बाद आप आसन को करने का समय बढ़ा सकते हैं।
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उत्तानासन से आपको अन्य भी फायदे मिलते हैं। ब्लड सर्कुलेशन ठीक होने से आपके बालों का टूटना झड़ना कम होता है। साथ ही आपकी स्किन में भी नेचुरली ग्लो आने लगता है। मिर्गी में उत्तानासन करने से पहले आप डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। यदि डॉक्टर आपको आसन करने के लिए कहते हैं, तो योगा ट्रेनर की देखरेख में ही इसका अभ्यास करें। इससे आसन के लाभ जल्द मिलते हैं।