डेंगू और मलेरिया (dengue and malaria) सामान्य लगने वाली गंभीर बीमारियों में से एक हैं। दरअसल बारिश के बाद हमारे आस-पास पानी इक्ट्ठा हो जाता है। फिर इनमें पनपते हैं डेंगू और मलेरिया के मच्छरों के लार्वा। मलेरिया प्लास्मोडियम के कारण होता है। ये एक प्रकार का पैरासाइट है जो कि मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है। आमतौर पर आप मलेरिया के लक्षण मच्छर के काटने के 8-25 दिन बाद देख सकते हैं। दूसरी ओर, डेंगू एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। ये मच्छर डेंगू वायरस से संक्रमित इंसान को काटने के बाद दूसरों को काटकर बीमारी फैलाते हैं। इन दिनों हर तरफ डेंगू और मलेरिया से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ गई है। ऐसे रोगियों के लिए हाल ही में सेलिब्रिटी पोषण विशेषज्ञ रुजुता दिवेकर (Rujuta Diwekar) ने कुछ फास्ट रिकवरी टिप्स (Tips For Dengue And Malaria Patients) शेयर किए हैं। इन टिप्स की खास बात ये है कि ये बेहद आसान हैं और इनमें से कई सारी चीजें आपके घरों में ही मिल जाएंगी। तो, आइए जानते हैं डेंगू मलेरिया से ठीक होने के उपाय।
डेंगू मलेरिया से ठीक होने के उपाय-Tips for speedy recovery from dengue and malaria
1. सुबह सबसे पहले लें 1 चम्मच गुलकंद
डेंगू और मलेरिया होने पर लोगों को पेट से जुड़ी समस्याएं बहुत होती हैं। जैसे कि एसिडिटी और जी मिचलाना। ऐसे में पेट के लिए गुलकंद के फायदे कई हैं। सबसे पहले तो ये पेट को ठंडा करता है। फिर ये जी मिचलाने से रोकता है और मूड को रिफ्रेश करने में मदद करता है। साथ ही ये तेज बुखार और दवाइयों के ताप को भी कम करने में मदद करता है। गुलकंद लेने का एक फायदा ये भी है कि ये ऐसी बीमारियों में होने वाली सुस्ती, खुजली, शरीर में दर्द, थकान के साथ-साथ हथेलियों और तलवों में होने वाली जलन को भी कम करता है। तो, डेंगू और मलेरिया से जल्दी ठीक होने के लिए सुबह सबसे पहले या भोजन के बीच में 1 चम्मच गुलकंद जरूर लें।
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2. दूध में हल्दी, केसर और जायफल डाल कर पिएं
दूध एक इम्यूनिटी बूस्टर फूड का काम करता है। डेंगू (Dengue) और मेलरिया से ठीक होने में भी ये एक बड़ी भूमिका निभाता है। सबसे पहले तो ये आपके शरीर में प्लेटलेट्स को बढ़ाने में मदद करता है। दूसरा ये कि बीमारी से पड़े एक सुस्त शरीर को दूध ताकत देने का काम करता है। पर डेंगू और मलेरिया में आपको ऐसे ही दूध नहीं पीना है। दरअसल, इसमें आपको अपने दूध को एंटी इंफ्लेमेटरी बनाना है जो कि शरीर में सूजन को कम कर सके। इसके लिए
-1 गिलास दूध में 1 गिलास पानी मिलाएं
-फिर चुटकी भर हल्दी इसमें डालें।
-अब 2-3 केसर डालें।
- थोड़ा सा जायफल कूट कर मिलाएं।
- इसे आधा होने तक उबालें और गैस बंद कर दें।
-अब इसमें स्वादानुसार गुड़ डालें और थोड़ा ठंडा होने पर इसका सेवन करें। ये शरीर में सूजन को कम करता है और डेंगू व मलेरिया में होने वाले तेज शरीर दर्द से राहत दिलाता है।
3. चावल कांजी या चावल का सूप
चावल के सूप को दक्षिण भारत में चावल कांजी कहा जाता है। दरअसल, ये उन बीमारियों में लोगों को दिया जाता है जिसमें शरीर में पानी की कमी हो जाती है। होता ये है कि डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों में शरीर में पानी या कहें कि इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो जाती है। साथ ही आपको भूख भी नहीं लगती। ऐसी तमाम परिस्थितियों में चावल का सूप बहुत फायदेमंद है। ये डिहाईड्रेशन और इलेक्ट्रोलाइट्स की हानि को रोकता है और भूख में सुधार करता है। चावल का सूप बनाने के लिए
- चावल को थोड़ा ज्यादा उबाल कर बनाएं। जैसे कि वो पानी में गला हुआ सा हो।
-फिर काला नमक या सेंधा नमक, एक चुटकी हींग और घी डालें और मिलाएं।
-अब हर कुछ घंटों पर इसका सेवन करें।
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4. पानी पीते रहें
डेंगू और मलेरिया में लोगों के अंदर पानी की कमी इतनी ज्यादा हो जाती है कि उनके पेशाब का रंग पीला पड़ जाता है। ऐसी स्थिति में आपको लगातार पानी पीते रहना चाहिए। पानी पीते रहने से आपका पेशाब पीला नहीं होगा और साथ ही आपको पेशाब में जलन की समस्या भी नहीं होगी। इसके लिए दिन भर अपने पास पानी का एक बॉटल रखें और धीमे-धीमे पीते रहें।
5. सुप्त बद्धकोणासन करें
सुप्त बद्धकोणासन योग करने का फायदा ये है कि ये शरीर दर्द को कम करने में मदद करता है। साथ ही ये पीठ, गर्दन और रीढ़ की हड्डी समेत पूरे शरीर को एक स्ट्रेच देता है। अगर आप डेंगू और मलेरिया से ठीक होने के बाद भी इसे रेगुलर करते रहें तो ये बीमारी के बाद शरीर में होने वाली कमजोरी दूर करने में आपकी मदद करेगा और आपको आलस और थकान भी कम महसूस होगी।
इस तरह आप इन 5 टिप्स को फॉलो कर डेंगू और मलेरिया से जल्दी ठीक हो सकते हैं। ध्यान रहे कि ये सब आपको अपने दवाइयों को लेने के साथ करना है और ठीक होने के बाद भी पूरी तरह से रिकवरी के लिए आप इन टिप्स को अपना सकते हैं।
Image credit: pixabay