टैनिंग (Tanning in hindi) आपके शरीर की सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से खुद को बचाने की कोशिश है। टैनिंग होने पर आपके स्किन में पिगमेंटेशन देखने को मिलता है। इस दौरान मेलेनिन बढ़ जाता है जिसकी वजह से आपकी त्वचा काली हो जाती है। होता ये है कि आपकी त्वचा यूवी रेज को अवशोषित करने में मदद करने के लिए मेलेनिन का प्रोडक्शन करती है। जितनी अधिक सूरज की रोशनी त्वचा पर पड़ती है उतनी ही अधिक आपकी त्वचा मेलेनिन का प्रोडक्शन करती है और आपका रंग गहरा होता जाता है।
टैनिंग का सबसे बड़ा कारण है सूरज की रोशनी। दरअसल, सूरज से आने वाले यूवी किरणें त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं। इसके अलावा एजिंग, सन्सक्रीन का इस्तेमाल ना करना, धूप में यूंही निकल जाना और गॉगल्स और कैप का इस्तेमाल ना करना भी सन टैनिंग का कारण बनता है।
टैनिंग से बचाव के लिए सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच बाहर की गतिविधियों को शेड्यूल करने से बचें। क्योंकि इस दौरान सूरज की यूवी किरणें सबसे तेज रहती हैं। खास कर कि अधिक ऊंचाई वाली जगहों पर, वसंत और गर्मियों के महीनों के दौरान, भूमध्य रेखा के करीब बर्फ, पानी, रेत और कंक्रीट जैसी सतहों के आस-पास ना रहें।
पूरे कपड़े पहनने से आप यूवी रेज के असर से बच सकते हैं। साथ ही इसके लिए आप हल्के रंग के कपड़े पहनते हैं। चमकीले या गहरे रंग के कपड़े ना पहनें। इनमें अधिक अल्ट्रावाइलेट प्रोटेक्शन फैक्टर (UPF) होता है। इसलिए घने बुने हुए हल्के कपड़े पहनें। इसलिए लंबी आस्तीन वाले कपड़े पहनें। शर्ट के लिए, कॉलर वाली शर्ट भी आपकी गर्दन को टैनिंग से बचाने में मदद कर सकती है।
टैनिंग से बचने के लिए हर दिन सनस्क्रीन का उपयोग करें। खास कर गतिविधियों के दौरान टैनिंग से बचने के लिए सनस्क्रीन का उपयोग करें। सनस्क्रीन 30 या उससे अधिक के सन प्रोटेक्शन फैक्टर (SPF) वाला सनस्क्रीन चुनें। अगर आपकी त्वचा गोरी है, तो आपको 50 या इससे ऊपर के एसपीएफ चुनने पर विचार करना चाहिए। बाहर जाने से 30 मिनट पहले सनस्क्रीन लगाएं और फिर हर 2 घंटे में सनस्क्रीन लगाएं। साथ ही अपने पूरे शरीर पर सनस्क्रीन लगाने के लिए सावधान रहें, विशेष रूप से सबसे अधिक छूटे हुए क्षेत्र जैसे कान, गर्दन के पीछे, होंठ, हेयरलाइन और पैरों के ऊपर जरूर लगाएं।
आपके चेहरे और आपकी आंखों की त्वचा सूरज के संपर्क में आने के प्रति बहुत संवेदनशील होती है, इसलिए बाहरी गतिविधियों के दौरान उनकी सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। गॉगल्स और स्कार्फ जैसे अतिरिक्त सामान के साथ कवर करें। चौड़ी-चौड़ी टोपी पहनें, जो चेहरे, गर्दन और कानों के साथ-साथ बालों को भी सूरज की रोशनी से बचाएं। जब आप बाहर हों तो छाता का इस्तेमाल करें। हर दिन कम से कम 15 के एसपीएफ वाली सनस्क्रीन लगाएं।
1. स्क्रब से स्किन एक्सफोलीएट करें।
2. एलोवेरा का इस्तेमाल करें।
3. हल्दी का इस्तेमाल करें।
4. कुछ फेस मास्क की मदद लें।
5. विटामिन सी और ग्लाइकोलिक एसिड का इस्तेमाल करें।
6. रेटिनोइड जैसे रेटिनॉल आदि का इस्तेमाल करें।
7. नींबू और शहद का इस्तेमाल करें।
8. नारियल का दूध और ओट्स का इस्तेमाल करें।
9. एप्पल साइडर विनेगर का इस्तेमाल करें।
10. दही और संतरे के छिलके का इस्तेमाल करें
टैनिंग को कम करने के लिए आप मेलेनिन के उत्पादन को धीमा करने वाले चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा कोशिश करें कि चेहरे में जलन या सूजन होने पर त्वचा विशेषज्ञ की देखरेख में कोई भी उपचार लें। तो, टैनिंग से त्वचा पर पड़ने वाले प्रभाव, टैनिंग को दूर करने के उपाय, टैनिंग को दूर करने के स्क्रब, टैनिंग से बचाव के उपायों और टैनिंग से जुड़ी सभी जानकारी के लिए इस केटेगरी को पढ़ें।
Source: skincancer.org