हाई बीपी की समस्या को हाइपरटेंशन कहते हैं। हाई बीपी की समस्या को साइलेंट किलर कहा जाता है क्योंकि इसके लक्षण अचानक से बढ़ जाते हैं। अगर हाई बीपी की समस्या को कंट्रोल न किया जाए, तो वह समय के साथ बढ़ सकती है। हाई बीपी की समस्या का सीधा कनेक्शन हार्ट से है। हार्ट को हेल्दी रखने के लिए बीपी को कंट्रोल में रखना जरूरी है। हाई बीपी की समस्या के कारण दिल की धड़कन के पैटर्न में असामान्यता देखने को मिल सकती है। इसलिए दिल बहुत तेज या कम गति से धड़कने लगता है। इस वजह से दिल की गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ता है। इस लेख में जानेंगे कुछ टिप्स जिनकी मदद से हाई बीपी की समस्या को कंट्रोल किया जा सकता है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के रवींद्र योगा क्लीनिक के योगा एक्सपर्ट डॉ रवींद्र कुमार श्रीवास्तव से बात की।
हाई बीपी हार्ट पर क्या असर डालता है?- How High BP Affect Heart Health
- हाई बीपी के कारण ब्लड फ्लो प्रभावित होता है।
- हाई बीपी के कारण हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है।
- हाई बीपी के कारण स्ट्रोक और किडनी की समस्या भी हो सकती है।
- ऐसा नहीं है कि केवल आपका हार्ट ही रिस्क पर होता है, हाई बीपी के कारण पूरा सर्कुलेटरी सिस्टम में ही समस्या हो सकती है।
- स्ट्रेस भी हाई बीपी का एक कारण है। ज्यादा स्ट्रेस का असर ब्लड वैसल्स पर पड़ता है। इस वजह से ब्लड वैसल्स में प्लॉक जमा होने लगता है जो कोलेस्ट्रॉल, फैट और अन्य चीजों से मिलकर बनता है।
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हाई बीपी की समस्या से बचने के उपाय- High Blood Pressure Prevention Tips
- अगर रोज जांच होती रहेगी, तो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करना आसान हो जाएगा।
- लाइफस्टाइल में बदलाव करके आप बीपी को कंट्रोल कर सकते हैं।
- इसके लिए रोज हेल्दी डाइट लें और सोडियम व सेचुरेटेड फैट का सेवन कम करें।
- साथ ही आपको एल्कोहल और तंबाकू के सेवन से भी दूर रहना चाहिए।
- ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए रोज एक्सरसाइज करना भी जरूरी है।
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