Pneumonia Symptoms in Colder Weather: सर्दियों के मौसम में सांस से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इस मौसम में नमी के साथ हवा में कुछ ऐसे कण पाए जाते हैं, जो सांस की नली में जाकर इन्फेक्शन का कारण बनते हैं। सांस के मरीजों को सर्दी के मौसम में ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोग जो पहले से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और सीओपीडी जैसी बीमरियों से ग्रसित होते हैं, उन्हें सर्दी के मौसम में विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। सर्दी का मौसम आते ही निमोनिया के मरीज भी बढ़ने लगते हैं। इस मौसम में बुजुर्गों और बच्चों को निमोनिया का खतरा बढ़ जाता है। सही समय पर निमोनिया के लक्षणों को पहचानकर उचित कदम उठाने से आप इसकी चपेट में आने से बच सकते हैं। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं सर्दियों में निमोनिया का खतरा क्यों बढ़ जाता है और इसके लक्षण क्या होते हैं।
सर्दियों में क्यों बढ़ जाता है निमोनिया का खतरा?- What Causes Pneumonia in Colder Weather in Hindi
निमोनिया फेफड़ों से जुड़ी गंभीर बीमारी है, इस बीमारी में फेफड़ों में सूजन आ जाती है जिसकी वजह से मरीज को सांस लेने में भी परेशानी होती है। निमोनिया वायरल, फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण के कारण होता है। आमतौर पर लोग वायरल संक्रमण होने पर इसे सामान्य समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, यही समस्या बढ़ने पर निमोनिया का रूप ले लेती है। निमोनिया होने पर बुखार, सर्दी और सीने में दर्द जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजिशियन डॉ समीर कहते हैं कि, "सर्दी के मौसम में वायरल संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ जाता है, इसकी वजह से सांस के मरीजों को गंभीर समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोग जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है, उन्हें सर्दी के मौसम में निमोनिया का खतरा ज्यादा रहता है।"
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सर्दियों में निमोनिया के लक्षण- Pneumonia Symptoms in Colder Weather in Hindi
निमोनिया की समस्या में फेफड़ों और सांस की नली में सूजन होती है और इसकी वजह से सांस लेने में तकलीफ से लेकर खांसी, बुखार जैसी परेशानियां होती हैं। सर्दी के मौसम में हवा में नमी होने पर सांस की नली में इन्फेक्शन का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। निमोनिया की शुरुआत होने पर इसके लक्षणों को पहचानकर इलाज लेने से मरीज जल्दी ठीक हो सकता है। सर्दियों में निमोनिया होने पर ये लक्षण दिखाई देते हैं-
- सीने में दर्द
- सीने में जकड़न
- तेज खांसी और बलगम
- सांस लेने में तकलीफ
- तेज बुखार
- उल्टी और मतली की समस्या
निमोनिया से बचाव के उपाय- Pneumonia Prevention in Hindi
सर्दियों में निमोनिया के खतरे को कम करने के लिए स्मोकिंग और शराब का सेवन करने से बचें। इसके अलावा खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। डाइट में ताजी हरी सब्जियों और ताजे फल को शामिल करने से इम्युनिटी स्ट्रांग होती है और निमोनिया का खतरा कम होता है। इसके अलाव सर्दियों में सांस से जुड़ी बीमारियों के मरीजों को विशेष ध्यान रखना चाहिए। पहले से निमोनिया के शिकार मरीज के संपर्क में जाने से बचना चाहिए। नियमित रूप से एक्सरसाइज और योग का अभ्यास करने से निमोनिया का खतरा कम करने में मदद मिलती है।
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निमोनिया से बचने के लिए खुद को संक्रमण की चपेट में आने से बचाना चाहिए। सांस की नली और फेफड़ों में संक्रमण निमोनिया का कारण बन सकते हैं। निमोनिया के लक्षण दिखते ही सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लेकर इलाज कराना चाहिए। इस बीमारी में खुस से किसी भी प्रकार की दवा का सेवन करने से बचना चाहिए।
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