How To Handle Someone In Bad Times: वर्ल्ड कप फाइनल के बाद हर क्रिकेट फैन का दिल टूटा है। लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर खिलाड़ियों पर नजर आया है। इस तरह की कई वीडियो और फोटोज वायरल हो रही हैं, जिनमें भारतीय खिलाड़ी इमोशनल हो रहे हैं। इसी बीच पीएम मोदी का भी एक वीडियो सामने आया है, जहां पीएम खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने के लिए उनसे मिलने ड्रेसिंग रूम में गए हैं। यहां पीएम मोदी खिलाड़ियों के खेल प्रदर्शन की तारीफें करते और उनका हौसला बढ़ाते नजर आ रहे हैं। किसी को उसके बुरे समय में सपोर्ट करने का यह एक अच्छा उदाहरण है। लेकिन क्या आप जानते हैं मुश्किल समय में सपोर्ट व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर कैसे असर डालता है? इस बारे में जानने के लिए हमने बात कि सर गंगा राम अस्पताल (ओल्ड राजेन्द्र नगर) की एसोसिएट कंसल्टेंट रिहैबिलिटेशन साइकोलॉजिस्ट नीलम मिश्रा से। जिन्होंने हमें इसका कारण और बुरे वक्त में किसी को संभालने के तरीके बताए।
किसी को उसके बुरे समय में सपोर्ट करने से उसकी मेंटल हेल्थ पर क्या असर पड़ता है?
टीम इंडिया के उदाहरण से समझें, तो फाइनल हारने के बाद खिलाड़ियों का हौंसला और उम्मीदें टूट गई थी। इसी तरह जब किसी का बुरा समय चल रहा होता है, तो ऐसे में इंसान पूरी तरह टूट जाता है। ऐसे में व्यक्ति को किसी के सपोर्ट की जरूरत होती है। इस स्थिति में किसी से सपोर्ट और सहानुभूति मिलने से इंसान को अपनी इमोशंस कंट्रोल करने में मदद मिल पाती है। यह उसे किसी के साथ और करीब होने का सुकून देता है जिससे व्यक्ति खुलकर बात कर पाता है।
जानें किसी को उसके बुरे समय में कैसे सपोर्ट करें- How To Help Someone In Their Bad Times
व्यक्ति को समझने की कोशिश करें
जब कोई व्यक्ति अपने बुरे वक्त से गुजर रहा होता है, तो उसे किसी ऐसे व्यक्ति की जरूरत होती है, जो उसे सुन सके और समझने की कोशिश करे। ऐसे में व्यक्ति को बिना जज किये सुनने और समझने की कोशिश करें। साथ ही उन्हें भावनाएं खुलकर व्यक्त करने दें।
सहानुभूति जताएं
बुरे वक्त में इंसान को किसी के सपोर्ट और सहानुभूति की जरूरत होती है। ऐसे में आपको व्यक्ति की भावनाओं को समझने की कोशिश करनी होगी। उन्हें महसूस कराना होगी कि उनके इस समय में आप उनके साथ खड़े हैं।
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मदद के लिए पूछें
व्यक्ति की मदद करने के लिए पूछें और अगर संभव है, तो उनकी जिम्मेदारियां बांटने में मदद करें। कई बार भावनात्मक रूप से मदद मिलने से भी इंसान को अपना दुख भूलने में मदद मिलती है।
उनको थोड़ा स्पेस दें
हर किसी को अपने दुख से बाहर आने में समय लगता है। इसलिए उन्हें थोड़ा स्पेस देने की कोशिश करें। उनके कंफर्ट लेवल का भी ध्यान रखें, जैसे- अगर वो कुछ समय अकेले रहना चाहते हैं, तो उन्हें समय दें।
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संपर्क बनाए रखें
किसी को इमोशनली सपोर्ट करने के लिए उनसे लगातार संपर्क बनाए रखना जरूरी है। व्यक्ति से पूछें कि वो कैसा महसूस कर रहे हैं या उन्हें किसी चीज की मदद की जरूरत है या नहीं।
अगर आपको लगता है कि इन सभी चीजों के बावजूद व्यक्ति को मदद नहीं मिल पा रही है, तो उन्हें किसी मनोचिकित्सक से संपर्क कराएं। थेरेपी और काउंसलिंग के जरिए उन्हें हील होने में मदद मिल सकती है।