कफ और कोल्ड की समस्या होने पर आपको विटामिन सी की गोलियां की बोतल या ऑरेंज जूस दिखाई देता है। लेकिन क्या वास्तव में विटामिन सी आपके लक्षणों को रोकने या इलाज करने में मददगार होता है। आइए इस आर्टिकल के माध्यम से इस बात की जानकारी लेते हैं।
विटामिन सी क्या है?
विटामिन सी एक ऐसा पोषक तत्व है, जो शरीर को मजबूत और स्वस्थ रखने में मददगार होता है। यह हड्डियों, मांसपेशियों और रक्त वाहिकाओं को बनाये रखने में मदद करता है। साथ ही यह आयरन के अवशोषण में मदद करता है।
आपको विटामिन सी फल और सब्जियों विशेष रूप से संतरे और अन्य खट्टे फलों से मिलता है। इसके अलावा या गोलियां या चूसने वाले गोलियों के रूप में भी बाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाता है।
क्या विटामिन सी कोल्ड के लक्षणों को दूर करता है?
इस विषय पर बहुत से अध्ययन हुए हैं, लेकिन निष्कर्ष अनुरूप नहीं है। कुछ मिलाकर, विशेषज्ञों ने पाया कि अगर आप कोल्ड के इलाज के लिए विटामिन सी का उपयोग करते हें तो इससे आपको कोई लाभ नहीं होता है।
2010 में, शोधकताओं ने सभी अध्ययनों को देखा और पाया कि विटामिन सी हर दिन लेने से जुकाम को रोका नहीं जा सकता। लेकिन कुछ मामलों में लक्षणों में सुधार किया जा सकता है। हालांकि बीमार होने के संकेत दिखने के बाद विटामिन सी लेना आपकी बिल्कुल भी मदद नहीं कर सकता है।
लेकिन विटामिन सी नियमित रूप से लेने से आपकी इम्यूनिटी स्ट्रोंग होती है और स्ट्रोंग इम्यूनिटी वाले लोगों को कोल्ड की समस्या अन्य लोगों की तुलना में कम होती है। यानी नियमित रूप से विटामिन सी लेने वाले लोगों में कोल्ड का जोखिम लगभग आधा रहता है।
इसका क्या अर्थ है
अगर आप नियमित रूप से 0.2 ग्राम विटामिन सी लेते हैं तो आपको कोल्ड होने की संभावना बहुत कम होती है लेकिन इसका असर एक या दो दिन में जल्दी खत्म हो जाता है।
क्या ये सुरक्षित है?
सामान्य रूप से, अगर आप फल और सब्जियों के माध्यम से विटामिन सी लेते हैं तो इसका कोई नुकसान नहीं होता। ज्यादातर लोगों के लिए, अगर सिफारिश राशि में सप्लीमेंट लिये जाये तो भी कोई नुकसान नहीं होता। लेकिन विटामिन सी की खुराक प्रतिदिन 2,000 मिलीग्राम से अधिक ली जाये तो यह किडनी स्टोन, उल्टी और डायरिया का कारण हो सकती है। इसके अलावा आपको खून में कमी या एनीमिया की भी शिकायत हो सकती है। इसलिए विटामिन सी की गोलियां लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें और अन्य पूरक आहार के बारे में जानकारी लें।
विटामिन सी के स्रोत
खट्टे रसदार फल जैसे आंवला, नारंगी, नींबू, अनानास, संतरा, बेर, कटहल, शलगम, पुदीना, अंगूर, टमाटर, आदि एवं अमरूद, सेब, केला, मूली के पत्ते, मुनक्का, दूध, चुकंदर, चौलाई, बंदगोभी, हरा धनिया, और पालक विटामिन सी के अच्छे स्रोत हैं। इसके अलावा दालें भी विटामिन सी का स्रोत होती हैं।
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