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मेनोपॉज वर्कलाइफ को कैसे प्रभावित करता है? जानें इसे मैनेज करने के टिप्स

मेनोपॉज के दौरान महिलाएं मेंटल-फिजिकल बदलाव से गुजरती हैं। ऐसे में ऑफिस कलीग की मदद से वे वर्कप्लसे में काम को मैनेज कर सकती हैं।

Meera Tagore
Written by: Meera TagoreUpdated at: Oct 16, 2023 15:12 IST
मेनोपॉज वर्कलाइफ को कैसे प्रभावित करता है? जानें इसे मैनेज करने के टिप्स

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How Does Menopause Affects Work life In Hindi: मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को कई तरह की शारीरिक और मानसिक समस्याओं से गुजरना पड़ता है। खासकर, अगर कोई महिला वर्किंग है, तो मेनोपॉज का दौर उसके लिए और भी चैलेंजिंग हो सकता है। इस बात की पुष्टिक नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक लेख से होती है। लेख के अनुसार, "मेनोपॉज दौरान नजर आ रहे लक्षणों के साथ डील करना महिलाओं के लिए चैलेंजिंग हो सकता है। कुछ महिलाओं को इस दौरान डिप्रेश्न जैसी खतरनाक मानसिक समस्या भी हो जाती है।" इसलिए, बहुत जरूरी है कि महिलाएं इन दिनों में अपने काम को मैनेज के तरीकों को सीखें। समस्या से कैसे डील करना है, यह जानें। इस संबंध में हमने वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से बात की।

एड्जेस्टमेंट की दिक्कतें आने लगती हैं- Adjustment Problems

Adjustment Problems

मेनोपॉज के दौराना कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं। इसमें हॉट फ्लैशेज, मूड स्विंग बहुत ही सामान्य लक्षणों में से एक हैं। कई बार ऑफिसों में ऐसा माहौल हो जाता है, जब मेनोपॉज हो रही महिलाएं न चाहते हुए भी अपने सहकर्मियों से बात करते हुए चिड़चिड़ी हो जाती है। ऐसी सिचुएशन में मेनोपाज के दौरान से गुजर रही महिलाओं से एड्जेस्टमेंट नहीं हो पाता है।

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जरूरी बातें भूलने लगती हैं- Menopausal Memory Loss

Menopausal Memory Loss

मेनोपॉज के दौरान महिलाओं की याददाश्त पर भी बुरा असर पड़ता है। इसे ब्रेन फॉग के नाम से जाना जाता है। इसे आप और स्पष्ट तरीके से समझें। मेनोपॉज के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव हो रहे होते हैं, जिस कारण वे सही तरह कंसंट्रेट नहीं कर पातीं। ऐसे में ऑफिस की छोटी मगर इंपॉर्टेंट चीजें याद रखने में उन्हें दिक्कतें आने लगती हैं।

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थकान महसूस करना- Menopause Fatigue

मेनोपॉज फटीग के बारे में आपने सुना होगा। मेनोपॉज के दौरान कभी महिला को 10-15 दिनों तक लगातार पीरियड्स होते हैं, तो कभी बिल्कुल नहीं होते हैं। मेनोपॉज के दौरान जब रक्तस्राव होता है, तो महिलाओं के लिए यह वक्त काफी थकान भरा हो जाता है। क्योंकि इन दिनों शरीर से काफी ब्लड बह जाता है। ऐसी सिचुएशन में वर्कप्लेस में खुद को मैनेज कर पाना चैलेंजिंग होता है।

स्ट्रेस महसूस करना- High Stress Level

मेनोपॉज के दौरान महिलाएं अक्सर स्ट्रेस से भरी रहती हैं। इस दौरान महिलाएं शरीर में हो रहे बदलाव को सहजता से नहीं ले पाती हैं। कभी ज्यादा थक जाना, तो कभी छोटी-छोटी बातें भूल जाना और अपने आसपास के लोगों के साथ तालमेल न बैठा पाना। ये सब बातें मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को तनाव से भर देती हैं। इससे डील करना उनके लिए आसान नहीं होता है।

आप क्या करें- Tips To Cope With Menopausal Problem At Workplace

आप यह बात समझें कि मेनोपॉज के दौर से हर महिला को गुजरना पड़ता है। इसे झुठलाया नहीं जा सकता है। ऐसे में, अगर आप वर्किंग हैं, तो अपने चैलेंजेस को मैनेज करने की कोशिश कर सकते हैं, जैसे-

  • वर्किंग प्लेस में चीजों को सहकर्मियों को पहले ही अपनी सिचुएशन के बारे में बता दें ताकि जरूरत पड़ने पर वे आपकी मदद कर सकें।
  • अगर तबियत ज्यादा खराब हो, तो छुट्टी ले लें।
  • मैनेजर से कहें कि आपके वर्किंग आवर्स को फ्लेक्सिबल रखें।
  • हॉट फ्लैशेज हो, तो खुद को कूल डाउन करने की कोशिश करें।

image credit: freepik

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