Home Remedies For Cold Cough During Pregnancy In Hindi: गर्भवती महिलाओं की इम्यूनिटी बहुत कमजोर होती है और वे आसानी से बदलते मौसम की चपेट में आ जाती हैं। इसका मतलब है कि वे आसानी से बीमार पड़ जाती हैं। किसी भी गर्भवती महिला के लिए बीमार होना सही नहीं है। गर्भवती महिला की बीमारी का असर उसके बच्चे पर भी पड़ सकता है। सबसे बड़ी दिक्कत की बात ये है कि गर्भवती महिलाओं के लिए दवाईयों का सेवन करना भी सही नहीं होता है। इसका बच्चे के विकास पर बुरा असर पड़ सकता है। इस तरह की हर परिस्थिति से बचने के लिए जरूरी है कि महिलाएं अपनी इम्यूनिटी को बूस्ट करने के लिए सही उपाय आजमाएं। इसके अलावा, अगर बीमार पड़ जाएं, तो कुछ घरेलू नुस्खों को आजमाकर खुद को बेहत कर सकते हैं। इस बारे में वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता गुप्ता से बात की।
हल्दी दूध पिएं- Drink Turmeric Milk
प्रेग्नेंसी में हल्दी-दूध पीना बहुत ही लाभकारी माना जाता है। हल्दी में काफी ज्यादा मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो आपकी इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद करते हैं। यहां तक कि हल्दी खाने की वजह से सर्दी-जुकाम जैसी छोटी-मोटी बीमारियां भी दूर हो जाती हैं। वहीं, अगर हम हल्दी-दूध की बात करें, तो हमारे यहां सदियों से सर्दी के मौसम में हल्दी-दूध पीने का चलन है। प्रेग्नेंसी के दौरान सर्दी-जुकाम और खांसी से बचने के लिए इसे बहुत ही कारगर उपाय माना जाता है। एक ओर, गर्म दूध पीने की वजह से गले की खराश दूर होती है और बंद नाक खुल जाती है। वहीं, रात को सोने से पहले गर्म दूध पीने से प्रेग्नेंट महिला की बॉडी रिलैक्स होती है और नींद भी अच्छी आती है।
नमक पानी से गरारा करें- Gargle With Salt Water
अगर किसी गर्भवती महिला को बहुत ज्यादा खांसी-जुकाम हो और गले में बहुत ज्यादा खराश हो, तो इस स्थिति में एक दिन में कई बार नमक पानी से गरारा करना चाहिए। गरारे करने से तबियत में गला खुलता है और खराश भी दूर होती है। प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए भी यह उपाय बहुत ही कारगर है। वैसे भी प्रेग्नेंसी के दौरान एंटीबायोटिक से दूर रहने की सलाह दी जाती है। ऐस में अगर नमक पानी से गरारा किया जाए, तो सर्दी-जुकाम से राहत मिलने में मदद मिलती है। आपको बता दें कि नमक पानी से गरारा करने से रेस्पीरेटरी का रिस्क भी कम होता है।
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अलसी के बीज में नींबू रस और शहद मिक्स करें- Flaxseed With Lemon And Honey
प्रेग्नेंसी में सर्दी-जुकाम होने पर अलसी के बीज में नींबू का रस और शहद मिक्स करने से काफी असरदार साबित होता है। आयुर्वेद की मानें, तो अलसी के बीज का सेवन डायबिटीज के रोगियों, हार्ट के मरीज और कब्ज जैसे रोगियों के लिए भी बहुत लाभकारी माना जाता है। वहीं, अगर प्रेग्नेंसी के दौरान महिला को सर्दी-जुकाम हो जाए, तो उन्हें अलसी के बीज में नींबू का रस और शहद मिक्स करके पीना चाहिए।
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तुलसी के पत्ती की चाय- Drink Tulsi Tea
हमारे यहां सदियों से तुलसी के पत्ते से बनी चाय का सेवन किया जाता है। यह हेल्थ के लिहाज से बहुत ज्यादा लाभकारी माना जाता है। इसी तरह, अगर किसी प्रेग्नेंट महिला को सर्दी-जुकाम हो जाए, तो उनके लिए तुलसी के पत्ते से बनी चाय पीने की सलाह दी जाती है। इससे गले की खराश दूर होती है और नैजेल पैसेज में जमा बलगम से भी राहत मिलने में मदद मिलती है।
खूब पानी पिएं- Hydrate Yourself
अक्सर देखने में आता है कि सर्दी-जुकाम होने पर लोग पानी पीना कम कर देते हैं। जबकि ऐसा किया जाना सही नहीं है। सर्दी-जुकाम के दौरान बहती नाक के जरिए शरीर से काफी पानी बह जाता है। यहां तक कि कई बार सर्दी-जुकाम लगने पर काफी पसीना बहता है। इससे बॉडी डिहाइड्रेट हो जाती है। इसलिए, सर्दी-जुकाम होने पर खूब पानी पिएं। इससे बॉडी हाइड्रेट रहती है और बीमारी से लड़ने की क्षमता भी बेहतर होती है। आपको बताते चलें कि एक प्रेग्नेंट महिला को दिन में कम से कम 10 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए। वहीं, अगर सर्दी-जुकाम हो, तो 12 से 13 गिलास पानी पिया जा सकता है।
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