कोविड 19 के नए वेरिएंट और बढ़ते मामलों के बीच वैक्सीन के प्रभाव के कम होने की बात कही जा रही है। दरअसल, जर्नल नेचर कम्यूनिकेशन में प्रकाशिक हुई एक स्टडी के मुताबिक कोविड 19 के ज्यादा संपर्क में आने पर कोविड से बचाव के लिए लगवाई जाने वाली वैक्सीन का असर कम हो सकता है। ऐसे में आप द्वारा बरती जाने वाली सावधानियां जैसे भीड़ में नहीं जाना, मास्क लगाना या फिर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने आदि का असर भी कम हो सकता है।
15,444 लोगों को किया गया शामिल
इस स्टडी को करने के पीछे का मकसद यह जानना था कि कोविड से बचने के लिए लगाई जाने वाली वैक्सीन कोविड संक्रमण से पहले कम प्रभावी थी या फिर ऐसे में इम्यून सिस्टम पर भी किसी प्रकार का प्रभाव पड़ा था। स्टडी को करने के लिए शोधकर्ताओं ने 15,444 लोगों को शामिल किया था। यह सभी लोग कोविड संक्रमण से प्रभावित थे। इनमें कोविड के संपर्क में आने के बाद वैक्सीन के असर को कम होते देखा गया। जून 2021 से मई 2022 तक फॉलोअप किया गया। शोध में पाया गया कि इस एक साल में कोविड के डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट के दौरान कोविड के संपर्क में आने से लोगों की इम्यूिटी पर भी असर पड़ा था।
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संक्रमण को रोकने में वैक्सीन कितनी प्रभावी?
शोधकर्ताओं के मुताबिक इस शोध को करने के बाद कोविड के वेरिएंट डेल्टा की लहर के दौरान संक्रमण को रोकने या कम करने में वैक्सीन 68 प्रतिशत तक लाभकारी साबित हुई थी। कोविड के असर को कम करने या फिर इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए दुनियाभर में लोगों ने टीकाकरण कराया। ऐसे में वैक्सीन काफी प्रभावी भी साबित हुई, लेकिन कुछ मामलों में यह भी देखा गया कि कोरोना संक्रमण होने के बाद लोगों में इसका असर कम हो गया था।
भारत में कोरोना के कितने मामले?
भारत में आज कोरोना के 54 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। वहीं बात करें अगर कुल आंकड़ों की तो यह संख्या 4,49,96,786 पहुंच चुकी है। कोरोना से संक्रमित 45 लोग आज अस्पताल से डिस्चार्ज हुए हैं। हालांकि, राहत की बात यह है कि अभी कोरोना का डेथ रेट अभी शून्य है।