गर्भावधि मधुमेह पर नियंत्रण के लिए संतुलित आहार योजना का कीजिए पालन

मधुमेह के रोगी का आहार सिर्फ पेट भरने के लिए ही नहीं होता,उसके शरीर में ब्लड शुगर को संतुलित रखता है। जानिए गर्भावधि मधुमेह के दौरान आपके आहार में क्‍या-क्‍या होना चाहिए।

Rahul Sharma
Written by: Rahul SharmaUpdated at: Oct 28, 2013 14:33 IST
गर्भावधि मधुमेह पर नियंत्रण के लिए संतुलित आहार योजना का कीजिए पालन

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मां बनना और एक नए जीवन को संसार में लाना गर्व का विषय है। प्रत्येक महिला मे मां बनने को लेकर बहुत उत्साह और जिज्ञासा होती है। गर्भवती महिला हर उस सावधानी का पालन करने का प्रयास करती है जो उसके बच्चे के लिए जरूरी हो।

garbhavadhi madhumah ke liye vyanjanमधुमेह के रोगी का आहार सिर्फ पेट भरने के लिए ही नहीं होता, उसके शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा को संतुलित रखने में सहायक होता है। अपने खानपान पर हमेशा ध्यान रखें। आमतौर गर्भवती महिलाएं ब्लड शुगर की ठीक-ठाक रिपोर्ट आते ही लापरवाह हो जाती हैं। गर्भावधि मधुमेह से पीडि़त महिला के मुंह में गया हर निवाला उसके और उसके शिशु के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। इसलिए जो भी खाएं सोच समझकर खाएं।

इसका मतलब यह नहीं कि आप गर्भधारण से शिशु को जन्म देने तक कुछ स्वादिष्ट खा ही नही सकतीं। अब आपको चिंतित होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हम आपको कुछ ऐसे स्वादिष्ट व्यंजन बताने जा रहे हैं जो आपको गर्भावधि मधुमेह के दौरान भी पूरा स्वाद वो भी सेहत के साथ प्रदान करेंगे।

 

गर्भावधि मधुमेह के लिए व्यंजन

 

वेजी पटेटो

इस डिश को बनाने के लिए सबसे पहले फूलगोभी को मैश करें। अब इसे अच्छी सरह नरम होने तक स्टीम करें, अब इसमें दूध, नमक और काली मिर्च मिलाएं और मिक्सर में ग्राइन्ड करें जब तक की यह क्रीमी ना हो जाए। अब आलू उबालें और उन्हें अच्छी तरह मथ लें. अब पेस्ट को आलुओं मे ठीक प्रकार से मिला लें। थोडी देर और बॉइल करें। आपकी गर्भावधि मधुमेह मे खाई जा सकने वाली डिश तैयार है।


पीनट बटर

इसमें वसा की मात्रा बहुत कम होती है। यह बहुत स्वादिष्ट तथा गर्भावधि मधुमेह मे खाने योग्य होता है। पीनट बटर बनाने के लिए सबसे पहले कुछ पीनट्स और एक ग्राइडर लें अब थोडा दूध लें और दोनों को ग्राइड कर लें। आप इच्छा अनुसार कोई फ्लेवर भी मिला सकते हैं, जैसे चॉकलेट आदि।   

लाजवाब है सेब

सेब को एक नकारात्मक कैलोरी आहार माना जाता है क्योंकि इसके पाचन में अधिक मात्रा में कैलोरी की आवश्यककता होती है। सेब में पेक्टिन की मात्रा अधिक होती है ,जो डायबिटीज के मरीज के लिए डीटाक्सिफायर की तरह काम करता है। शरीर में इन्सुलिन की मात्रा को नियंत्रित रखता है और हृदय से संबंधित बीमारियों के खतरे को भी कम करता है।  

जामुन भी खायें

डायबिटीज के मरीज अगर जामुन के बीज को पीसकर एक गिलास पानी में डालकर पिया जाए तो इससे यूरीन में शुगर की मात्रा संतुलित रहती है।  जामुन स्टार्च को शुगर में परिवर्तित नहीं होने देता और रक्त में ग्लूनकोज़ के स्तर को संतुलित रखता है।

घुलनशील फाइबर युक्त फल जैसे स्ट्राबेरी ,तरबूज ,पपीता ,बेर आदि जल्दी पच जाते हैं इसलिए इसलिए आंत इन्हे आसानी से अवशोषित कर लेती है। विशेषज्ञ कहते हैं कि फाइबर युक्त फल आंत को साफ रखने का काम करते हैं।

 

 

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