Childhood Mental Health Problems: मानसिक स्वास्थ्य या मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं के प्रति जानकारी और जागरूकता की कमी के कारण लाखों लोग इसका बुरी तरह शिकार हो जाते हैं। मानसिक समस्याओं को आज भी लोग बीमारी का दर्जा नहीं देते हैं। लोगों को यह भी लगता है कि मानसिक समस्याएं या बीमारियां सिर्फ बुजुर्गों और ज्यादा उम्र के लोगों में ही होती हैं। लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं है। मानसिक बीमारियां और समस्याएं किसी भी उम्र में महिला और पुरुष दोनों को प्रभावित कर सकती हैं। मानसिक बीमारियों के प्रभाव और इसके प्रति जागरूकता के महत्व को समझते हुए ओनलीमायहेल्थ ने एक खास सीरीज शुरू की है, जिसका नाम है "Mental Health A-Z"। इस खास सीरीज में देश के प्रसिद्ध साइकैट्रिस्ट और साइकोथेरेपिस्ट डॉ निमेष देसाई (Dr. Nimesh G. Desai, Senior Consultant Psychiatrist & Psychotherapist) बता रहे हैं बच्चों में मानसिक समस्याओं के बारे में। आइये इस लेख में NIMHANS, AIIMS जैसे देश के बड़े अस्पतालों में अपनी सेवाएं दे चुके और Institute of Human Behavior and Allied Sciences, Delhi के डॉयरेक्टर भी रहे डॉ. निमेष देसाई से जानते हैं, बच्चों में मानसिक समस्याओं के प्रकार, कारण, लक्षण और बचाव के बारे में।
बच्चों में मानसिक समस्याएं और बीमारियां- Childhood Mental Health Problems in Hindi
हर माता-पिता की यही इच्छा होती है कि उनका बच्चा खुशहाल और हेल्दी रहे। लेकिन कई बार माता-पिता बच्चों की परेशानियों और मानसिक समस्याओं के लक्षणों को पहचान नहीं पाते हैं, जिसकी वजह से बच्चे गंभीर रूप से इसका शिकार हो जाते हैं। बच्चों में मानसिक समस्याओं के लक्षण आम परेशानियों जैसे ही होते हैं, इसकी वजह से ही माता-पिता इन लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं।
डॉ. निमेष देसाई ने बताया कि बच्चों में मानसिक समस्याएं इस तरह से होती हैं-
- एन्यूरेसिस/बिस्तर गीला करना
- कंडक्ट डिसऑर्डर
- स्कूल जाने से मना करना
- अवसाद/सुसाइडल व्यवहार
- पीयर ग्रुप इम्पैक्ट
- फूड फैड्स
- बॉडी इमेज डिस्टर्बेंस
बच्चों में मानसिक समस्याओं के कारण- What Causes Childhood Mental Helath Problems in Hindi
बच्चों में मानसिक समस्याएं कई कारणों से विकसित हो सकती हैं। डॉ. देसाई के मुताबिक बच्चों में मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं के लिए ये कारण जिम्मेदार होते हैं-
- पारिवारिक कलह और समस्याएं
- इंटरनल इशूज
- साथियों का दबाव
- स्कूल संबंधी तनाव
- टॉर्चर और मारपीट
बच्चों में मानसिक समस्याओं का इलाज- Childhood Mental Health Problems Tretment in Hindi
बच्चों को मानसिक समस्याओं का शिकार बनने से बचाने के लिए पैरेंट्स को ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। इस स्थिति में लापरवाही बच्चे की सेहत को लंबे समय तक प्रभावित कर सकती है। डॉ. देसाई के मुताबिक बच्चों में मानसिक समस्याएं ठीक करने के लिए इन चीजों का ध्यान रखना चाहिए-
- निर्णय या आलोचना करने से बचें और बच्चे की स्थिति का सम्मान करें
- बच्चों के साथ संवाद करें और उनकी समस्याओं का समाधान करने की कोशिश करें
- स्कूल से जुड़ी समस्याओं की वजह से होने वाले प्रभाव को दूर करने के लिए स्कूल में बातचीत करें
- आवश्यकता पड़ने पर चिकित्सक या मनोचिकित्सकों से सहायता लें
- मेंटल हेल्थ में हेल्प लेने में संकोच न करें
बच्चों को समझने और उनके साथ दोस्ती करने से माता-पिता-बच्चे के रिश्ते में सुधार हो सकता है। कुछ बच्चों, विशेष रूप से 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को खुद को अभिव्यक्त करने में कठिनाई हो सकती है, जिससे अप्रत्यक्ष संकेतकों पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है। यदि आपके बच्चे का व्यवहार कई हफ्तों या उससे अधिक समय तक ठीक नहीं रहता है, तो आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
(Image Courtesy: Freepik.com)