कोरोना संक्रमण के बाद से लोगों में बुखार, फ्लू और मलेरिया या डेंगू की समस्या तेजी से बढ़ रही है। गर्मी के मौसम में डेंगू का खतरा बढ़ जाता है। भारत में हर साल डेंगू के कारण हजारों मरीजों की मौत हो जाती है। इसकी सबसे बड़ी वजह लोगों में डेंगू के प्रति जागरूकता की कमी है। डेंगू और मलेरिया की समस्या को सामान्य बुखार या फ्लू समझकर लोग इसे नजरंदाज कर देते हैं जिसके बाद यह समस्या गंभीर रूप ले लेती है। कई बार लोग डेंगू और मलेरिया के बुखार को सामान्य समझकर नजरअंदाज करते हैं या गलत इलाज कराते रहते हैं। 3-4 दिन में ही डेंगू के वायरस खतरनाक हो जाते हैं और खतरा बढ़ जाता है। इलाज में देरी होने पर डेंगू रोग जानलेवा भी हो सकता है। गांवों में कई बार झोलाछाप डॉक्टर भी सामान्य बुखार को डेंगू बताकर मरीज से पैसे ऐंठते हैं। इसलिए आपको डेंगू (Dengue), मलेरिया (Malaria) और सामान्य फ्लू (Flu) के लक्षण और इनमें अंतर के बारे में पता होना चाहिए। आइये जानते हैं इसके बारे में।
डेंगू, मलेरिया और सामान्य फ्लू के लक्षण और अंतर (Difference Between Dengue Malaria And Flu Symptoms)
साधारण बुखार डेंगू रोग की तरह संक्रामक नहीं होता, बल्कि मौसम में बदलाव के कारण अक्सर हो जाता है। लेकिन डेंगू एक संक्रामक रोग है जो एडीज नामक मच्छर के काटने से फैलता है। हालांकि ये मरीज को छूने, उसके पास बैठने या उसके साथ खाना-खाने से नहीं फैलता है। मलेरिया की समस्या भी मच्छरों के काटने से ही होती है, आइये गोंडा जिला चिकित्सालय के सीनियर फिजिशियन डॉ समीर से जानते हैं डेंगू, मलेरिया और सामान्य बुखार के लक्षण और इसमें अंतर के बारे में।
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डेंगू के लक्षण (Dengue Symptoms in Hindi)
डेंगू वायरस चार भिन्न-भिन्न प्रकारों के होते हैं। यदि किसी व्यक्ति को इनमें से किसी एक प्रकार के वायरस का संक्रमण हो जाये तो आमतौर पर उसके पूरे जीवन में वह उस प्रकार के डेंगू वायरस से सुरक्षित रहता है। हालांकि बाकी के तीन प्रकारों से वह कुछ समय के लिये ही सुरक्षित रहता है। यदि उसको इन तीन में से किसी एक प्रकार के वायरस से संक्रमण हो तो उसे गंभीर समस्याएं होने की संभावना काफी अधिक होती है। डेंगू आमतौर पर डेन1, डेन2, डेन3 और डेन4 सरोटाइप का होता है।
- शुरुआत में 3 से 15 दिनों तक डेंगू के लक्षण दिखाई नहीं देते हैं।
- मरीज को तेज बुखार, सिरदर्द और पीठ में दर्द की समस्या हो सकती है।
- मरीज को जोड़ों में दर्द की समस्या होती है।
- स्किन के रंग में बदलाव देखने को मिलता है।
- ब्लड प्रेशर सामान्य से असंतुलित हो जाता है।
- आंखों का रंग लाल होना।
- शरीर में गंभीर दर्द।
- बुखार के साथ शरीर में खून की कमी।
मलेरिया के लक्षण (Malaria Symptoms in Hindi)
मलेरिया एक ऐसा रोग है जो मादा 'एनोफिलीज' मच्छर के काटने से होता है। यह मच्छर गंदे और दूषित पानी में पनपते हैं जो उड़कर हम तक पहुंचते हैं। डेंगू के मच्छर का काटने का समय जहां सूर्यास्त से पहले होता है वहीं, मलेरिया फैलाने वाले मच्छर सूर्यास्त के बाद काटते हैं। मलेरिया के लक्षण इस प्रकार से हैं।
- सिर में तेज दर्द होना।
- उल्टी होना या जी मचलना।
- कमजोरी और थकान महसून होना।
- हाथ पैरों खासकर जोड़ों में दर्द होना।
- आंखों की पुतलियों का रंग पीला होना।
- शरीर में खून की कमी होना।
- तेज बुखार सहित फ्लू जैसे कई लक्षण सामने आना।
- पसीना निकलने पर बुखार कम होना।
- ठंड के साथ जोर की कंपकंपी होना।
फ्लू के लक्षण (Flu Symptoms in Hindi)
इन्फ्लूएंजा एक सामान्य फ्लू है जो बदलते मौसम के कारण अक्सर लोगों को अपना शिकार बनाता है। इन्फ्लूएंजा यानी सामान्य फ्लू एक इन्फ्लूएंजा नाम के वायरस के कारण होता है। ये वायरस दो प्रकार के होते हैं और ये एक बार होने के बाद फिर से आपको अपना शिकार बना सकता है। दरअसल, फ्लू और सामान्य सर्दी दोनों श्वसन संबंधी बीमारियां हैं लेकिन ये अलग-अलग वायरस के कारण होती हैं। क्योंकि इन दोनों प्रकार की बीमारियों के लक्षण समान होते हैं, इसलिए इनके अकेले के लक्षणों के आधार पर उनके बीच अंतर बताना मुश्किल हो सकता है।
- बहती या भरी हुई नाक
- गले में खराश
- खांसी
- थोड़ा सा शरीर दर्द
- हल्का सिरदर्द
- छींक आना
- हल्का बुखार
- अस्वस्थ महसूस करना
इन लक्षणों के आधार पर आप डेंगू, मलेरिया और सामान्य फ्लू के बीच अंतर को पहचान सकते हैं। कोरोना के बाद से ही लोगों में फ्लू और बुखार की समस्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में आपको इनके लक्षणों के प्रति जागरूक होना चाहिए।
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