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मलेरिया के बाद होने वाली कमजोरी कैसे दूर करें? डायटीशियन से जानें 5 मददगार फूड्स

Foods To Reduce Weakness After Malaria: मलेरिया से रिकवर होने के बाद भी कमजोरी और थकान रह सकती है। डायटीशियन से जानें इसे दूर करने के लिए क्या खाएं -

Priya Mishra
Written by: Priya MishraUpdated at: Apr 24, 2023 14:59 IST
मलेरिया के बाद होने वाली कमजोरी कैसे दूर करें? डायटीशियन से जानें 5 मददगार फूड्स

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Foods To Reduce Weakness After Malaria In Hindi: हर साल 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस ((World Malaria Day) मनाया जाता है। इसका उद्देश्य मलेरिया बुखार के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना है। आपको बता दें कि मलेरिया एक प्रकार का संक्रामक रोग है, जो मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से होता है। जब यह मच्छर किसी व्यक्ति को काटता है, तो प्लासमोडियम नामक जीवाणु उसके खून में पहुंच जाता है और रेड ब्लड सेल्स को नष्ट करने लगता है। अगर सही समय पर इलाज न किया जाए, तो व्यक्ति की जान भी जा सकती है। मलेरिया के रोगी को तेज बुखार, ठंडा लगना, रात में पसीना आना, शरीर में दर्द, कंपकंपी, थकान, बेचैनी और उल्टी जैसे लक्षण (Malaria Symptoms in Hindi) होते हैं। आमतौर पर मलेरिया के मरीज 7-9 दिनों में ठीक हो सकते हैं। लेकिन गंभीर मलेरिया को ठीक होने में दो हफ्ते से ज्यादा समय भी लग सकता है। मलेरिया होने पर शरीर काफी कमजोर हो जाता है और पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। इतना ही नहीं, रिकवर होने के बाद भी व्यक्ति को थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है। इस दौरान मरीज को अपने खानपान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है ताकि शरीर को ताकत मिल सके। मलेरिया के बाद कमजोरी कैसे दूर करें? इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमनें डायटीशियन रक्षिता मेहरा से बात की। आइए, इस लेख में जानते हैं कि मलेरिया के बाद होने वाली कमजोरी को दूर करने के लिए क्या-क्या खाना चाहिए -

मलेरिया के बाद कमजोरी कैसे दूर करें-  Foods To Reduce Weakness After Malaria In Hindi

हाई प्रोटीन डाइट लें

मलेरिया के बाद होने वाली कमजोरी को दूर करने के लिए हाई प्रोटीन डाइट लें। दरअसल, मलेरिया बुखार के कारण टिश्यू को भारी नुकसान होता है। डाइट में प्रोटीन शामिल करके डैमेज्ड टिश्यू को रिकवर करने में मदद मिलेगी। इसके लिए अपनी डाइट में दाल, बीन्स, स्प्राउट्स, दूध, अंडे, चिकन, मछली, मीट, सोयाबीन, पनीर, चीज़ आदि शामिल करें।

Malaria-Weakness-Diet

लिक्विड अधिक लें

मलेरिया के दौरान शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी होना बहुत आम है। इससे बचने के लिए जूस, नारियल पानी, शिकंजी, सूप, दाल का पानी, लस्सी, छाछ का सेवन करना फायदेमंद होता है। अगर आपको ठोस आहार खाने की इच्छा हो, तो आप तरल पदार्थ अधिक लें। इससे डिहाइड्रेशन और कमजोरी की समस्या नहीं होगी। साथ ही, शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में भी मदद मिलेगी।

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कार्बोहाइड्रेट युक्त फूड्स

डायटीशियन रक्षिता मेहरा बताती हैं कि मलेरिया बुखार शरीर को अंदर से तोड़कर रख देता है। तेज बुखार और लगातार उल्टियां होने से शरीर का एनर्जी लेवल काफी कम हो जाता है। यही वजह है कि मरीज को रिकवर होने में काफी वक्त लगता है। ऐसे में आपको अपनी डाइट में हाई कार्बोहाइड्रेट युक्त फूड्स को शामिल करना चाहिए। इसके लिए आप गेहूं और चावल के बजाय दलिया या ओट्स का सेवन कर सकते हैं। ये आसानी से पच जाते हैं और शरीर को एनर्जी भी देते हैं।

खट्टे फल खाएं

मलेरिया होने पर रोगी की इम्यूनिटी भी काफी कमजोर हो जाती है। डायटीशियन रक्षिता के मुताबिक, विटामिन-ए और विटामिन-सी से भरपूर फलों का सेवन करने से इम्यूनिटी मजबूत होती है। साथ ही, बुखार के बाद होने वाली कमजोरी दूर करने में मदद मिलती है। इसके लिए आप चुकंदर, गाजर, कीवी, पपीता, अंगूर, जामुन, नींबू और संतरा का सेवन करें।

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डाइट में आयरन को करें शामिल

मलेरिया होने पर हीमग्लोबिन लेवल घटता है, जिसकी वजह से थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है। मलेरिया से रिकवर होने के बाद आपको अपनी डाइट में आयरन युक्त फूड्स को शामिल करना चाहिए। ये शरीर में खून की कमी और कमजोरी को दूर करने में मदद करते हैं। इसके लिए आप हरी पत्तेदार सब्जियां, चुकंदर, केला, बादाम का सेवन करें।

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