Can Chemotherapy Stop Periods in Hindi: कीमोथेरेपी एक दवा ट्रीटमेंट है, जो शरीर में तेजी से बढ़ने वाली कोशिकाओं को मारता है। इसमें कुछ पावरफुल कैमिकल्स का उपयोग किया जाता है, जो कोशिकाओं को मारता है। आपको बता दें कि कीमोथेरेपी का उपयोग कैंसर के इलाज के लिए किया जाता है। दरअसल, कैंसर रोगियों में कोशिकाएं बहुत तेजी से बढ़ती हैं। ऐसे में कीमोथेरेपी ट्रीटमेंट दिया जाता है। कीमोथेरेपी लेने से कैंसर के इलाज में मदद मिलती है। लेकिन कीमो के बाद कई तरह के दुष्प्रभाव भी नजर आते हैं। कीमो के बाद मासिक धर्म भी प्रभावित होता है। कीमोथेरेपी के बाद पीरियड्स आने तक बंद हो जाते हैं। फैमिली फिजिशियंस ऑफ इंडिया के जनरल फिजिशियन डॉक्टर रमन कुमार से जानते हैं-
क्या कीमोथेरेपी लेने के बाद पीरियड्स आने बंद हो जाते हैं? - Can Chemotherapy Stop Periods Know From Expert in Hindi
कीमोथेरेपी ट्रीटमेंट लेने के बाद पीरियड्स आने बंद हो सकते हैं। दरअसल, कीमोथेरेपी अंडाशय को बंद कर देती है। ऐसे में अंडाशय में मौजूद अंडों की परिपक्वता को रोक देती है। कीमोथेरेपी, अंडाशय सहित पूरे शरीर को प्रभावित कर देता है। कीमोथेरेपी महिला प्रजनन प्रणाली को नुकसान पहुंचा सकती है। आपको बता दें कि आमतौर पर मेनोपॉज 40 से 50 वर्ष के बीच में होता है। लेकिन कीमोथेरेपी के बाद महिलाओं को कम उम्र में ही मेनोपॉज का सामना करना पड़ सकता है। यानी इसकी वजह से पीरियड्स आने बंद हो सकते हैं। कीमो के दौरान एस्ट्रोजन का उत्पादन बंद हो जाता है। ऐसे में पीरियड्स आने बंद हो जाते हैं। यानी मेनोपॉज या पीरियड्स बंद होना कीमोथेरेपी का एक दुष्प्रभाव हो सकता है। अगर कोई महिला कीमोथेरेपी ले रही हैं, तो उसे अन्य महिलाओं की तुलना में मेनोपॉज का सामना कम उम्र में करना पड़ सकता है।
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कीमोथेरेपी प्रजनन क्षमता को कैसे प्रभावित करता है?
- कीमोथेरेपी के बाद प्रजनन क्षमता बुरी तरह से प्रभावित हो सकती है।
- कीमो के बाद अंडाशय परिपक्व अंडे का उत्पादन करने में सक्षम नहीं हो पाता है। ऐसे में फर्टिलिटी प्रभावित होती है।
- कीमोथेरेपी के बाद अंडाशय को क्षतिग्रस्त हो जाता है, जिससे अंडों को नुकसान पहुंचता है और अंडे नष्ट हो जाते हैं।
- इतना ही नहीं, कीमोथेरेपी फैलोपियन ट्यूब को भी नुकसान पहुंचाता है।
कीमो संबंधी मेनोपॉज के लक्षण
अगर कीमोथेरेपी के बाद किसी महिला को मेनोपॉज होता है, तो उसे कुछ लक्षणों का अनुभव हो सकता है। इसमें हॉट फ्लैशेज और रात में पसीना आना आदि शामिल हो सकते हैं। जब कीमो अंडाशय को बंद कर देता है, तो इससे एस्ट्रोजन का उत्पादन बंद हो जाता है। इसकी वजह से महिलाओं को मेनोपॉज के लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान योनि में सूखापन भी हो सकता है।
- कीमोथेरेपी के अन्य साइड इफेक्ट
- जी मिचलाना
- दस्त और डायरिया
- उल्टी करना
- हेयर फॉल
- भूख न लगना
- थकान और कमजोरी महसूस होना
- मुंह में छाले होना