ब्रेस्टफीड कराने से लटकने लगते हैं स्तन, जानें ब्रेस्ट साइज से जुड़े ऐसे ही 5 मिथकों की सच्चाई

Breast Size Myths: ब्रेस्ट साइज से जुड़े समाज में कई मिथक हैं, जिन पर आज भी महिलाएं भरोसा कर लेती हैं। जानें, इनकी सच्चाई

Anju Rawat
Written by: Anju RawatUpdated at: Nov 27, 2023 16:30 IST
ब्रेस्टफीड कराने से लटकने लगते हैं स्तन, जानें ब्रेस्ट साइज से जुड़े ऐसे ही 5 मिथकों की सच्चाई

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Breast Size Myths and Facts: लड़कियों या महिलाओं की पर्सनालिटी में ब्रेस्ट साइज अहम भूमिका निभाते हैं। स्तनों का सही आकार महिलाओं की पर्सनालिटी को निखारते हैं। साथ ही, महिलाओं में आत्मविश्वास भी बढ़ता है। हालांकि, जिन महिलाओं के स्तनों का आकार सामान्य से कम होता है, उन पर आउटफिट उभरकर नहीं आते हैं। ऐसे में स्तनों के साइज को लेकर अकसर महिलाओं के बीच में कई मिथक प्रसिद्ध हैं, जिन्हें अकसर लोग सच भी समझ बैठते हैं। आइए, जानते हैं ब्रेस्ट साइज से जुड़े कुछ मिथकों और उनकी सच्चाई के बारे में-

मिथक 1: ब्रेस्ट साइज हमेशा समान रहता है।

अकसर लोगों को लगता है कि ब्रेस्ट साइज यानी स्तनों का आकार ताउम्र समान ही रहता है। हालांकि, यह एक मिथ है। वजन बढ़ने के साथ ही आपके स्तनों के आकार में भी बदलाव आ सकता है। उम्र के अनुसार भी स्तनों का आकार बदल जाता है। इसलिए इस मिथक पर आपको कभी भी यकीन नहीं करना चाहिए। 

मिथक 2: ब्रेस्टफीड कराने से स्तन ढीले हो जाते हैं।

अकसर कहा जाता है कि स्तनपान करवाने से महिलाओं के स्तन लटकने लगते हैं या फिर ढीले हो जाते हैं। जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। ब्रेस्टफीडिंग कराने से स्तन ढीले नहीं होते हैं। सच्चाई यह है कि उम्र बढ़ने के कारण स्तन ढीले हो जाते हैं। ऐसे में आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। अगर आप ब्रेस्टफीडिंग करवा रही हैं, तो बिना डर के स्तनपान करवाएं।

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मिथक 3: एक्सरसाइज करने से ब्रेस्ट साइज बढ़ता है।

जब किसी लड़की के स्तनों का आकार छोटा होता है या स्तन आकर्षित नहीं लगते हैं, तो उन्हें अकसर एक्सरसाइज और योग करने की सलाह दी जाती है। हालांकि, आपको बता दें कि स्तन ऊतकों से बने होते हैं, मांसपेशियों से नहीं। एक्सरसाइज करने से मसल्स मांस बढ़ता है। लेकिन इससे स्तनों के आकार में ज्यादा बदलाव नहीं आता है। 

मिथक 4: स्तनों के आकार से मिल्क प्रोडक्डशन का पता चलता है।

अकसर लोगों को लगता है कि जब स्तनों का साइज बढ़ा जाता है, तो मिल्क प्रोडक्डशन ज्यादा होता है। हालांकि, यह एक मिथ है। स्तनों के आकार और मिल्क प्रोडक्डशन में कोई संबंध नहीं होता है। कई बार स्तनों का आकार बढ़ा होता है, लेकिन दूध का उत्पादन पर्याप्त मात्रा में नहीं हो पाता है। 

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मिथक 5: किशोरावस्था के बाद स्तनों का बढ़ना बंद हो जाता है।

एक महिला को अपने जीवन के हर पड़ाव पर बदलावों का सामना करना पड़ता है। अकसर लोगों को लगता है कि किशोरावस्था के बाद स्तनों का आकार बढ़ना बंद होता है। लेकिन कुछ महिलाओं में हार्मोनल बदलावों या अन्य कारणों की वजह से स्तनों का आकार प्रभावित हो सकता है। किशोरावस्था के बाद कुछ लोगों के स्तनों में बदलाव हो सकता है, तो कुछ के नहीं भी हो सकता है।

 
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