बॉडी मसाज (body massage in hindi) शरीर को शारीरिक और मानसिक रूप से शांत और आराम पहुंचाने का काम करता है। ये शरीर की मांसपेशियों पर दबाव बनाकर ब्लड सर्कुलेशन को रेगुलेट करता है, ब्लड प्रेशर को सही करता है और शरीर के तापमान को सही करके बॉडी को रिलेक्स करता है। इसमें लोग अलग-अलग चीजों से मालिश करते हैं, जैसे कि पत्थर, रोलर और हाथों से। मसाज शरीर के अलग-अलग नर्व्स और मांसपेशियों को केंद्रित करके किया जाता है। साथ ही ये ऊर्जा के स्तर में वृद्धि कर शारीरिक स्थितियों में बदलाव लाकर कई परेशानियों को कम कर सकता है। मसाज शरीर के अलग-असग हिस्सों को प्रभावित करती है। जैसे कि
मसाज हमारे शरीर में दो तरीके से काम करता है और इसे आराम पहुंचाता है। जैसे कि
मालिश करते वक्त सुरक्षित और आरामदेह स्पर्श शरीर को राहत पहुंचाने का काम करता है। यह, दर्द से राहत के साथ, आम तौर पर रिलेक्सिंग प्रतिक्रिया पैदा करता है। ये प्रतिक्रिया एक ऐसी अवस्था है जिसमें आपका हृदय और श्वास की गति धीमी हो जाती है, आपका ब्लड प्रेशर कम हो जाता है, आपके तनाव हार्मोन का उत्पादन कम हो जाता है और आपकी मांसपेशियों को आराम मिलता है। ये प्रतिक्रिया सेरोटोनिन के स्तर को बेहतर बनाती है, जो कि शरीर में एक रसायन है जो भावनाओं और विचारों को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। इसके साथ ही ये तनाव, हाई बीपी, अनिद्रा, लगातार थकान, यौन रोग, पाचन विकार और मनोवैज्ञानिक मुद्दों से लड़ने में मदद करती है।
यांत्रिक प्रतिक्रियाएं में मालिश कई तरीकों से काम करती है। जैसे कि
आमतौर पर, मसाज एक्सपर्ट किसी व्यक्ति की त्वचा पर अपने हाथों को फिसलने देने के लिए तेल या टैल्कम पाउडर का उपयोग करते हैं। कभी-कभी, एक चादर या कपड़े का पतला टुकड़ा एक अलग प्रभाव के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है उसके बाद अलग-अलग तरीके के मालिश किए जाते हैं। जैसे कि
इस मालिश में मूवमेंट और गतिशीलता को प्रभावित करने वाले नरम टिशूज की मदद से दर्द, चोट और शिथिलता का उपचार करना होता है। मायोथेरेपी को मानव शरीर के नरम ऊतक संरचना मांसपेशियों, टेंडन और सेल्स के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।
सामान्य स्वास्थ्य और कार्य को देख कर और विशिष्ट मोबलाइजेशन तकनीकों का उपयोग करते हुए ये मसाज किया जाता है। ये बायोमेकेनिकल डिसफंक्शन या चोटों को ठीक कर सकता है।
जिसे 'वेस्टर्न' या 'स्वीडिश' मालिश के रूप में भी जाना जाता है। ऑस्ट्रेलिया में मालिश के सबसे लोकप्रिय रूपों में से एक, इस तकनीक को विश्राम को बढ़ावा देने और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। स्वीडिश मालिश (Swedish massage) एक पूर्ण प्रकार की फुल-बॉडी मसाज है जो उन लोगों के लिए आदर्श है जो तनाव कम करता है, मांसपेशियों की गांठों को रिलेक्स करता है और जब आप मालिश के दौरान पूरी तरह से आराम करना चाहते हैं तो यह भी एक अच्छा विकल्प है। इसमें मसाज टेबल पर लेटते ही आपको एक चादर से ढंक दिया जाएगा और फिर आपकी मालिश की जाएगी।
ये एक कोमल मसाज है, जो कि पूरे शरीर का उपचार करने में मदद करता है और तंत्रिका तंत्र को आराम देता है और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को ठीक करता है।
चयनित फूलों और पौधों से बने एसेंशियल ऑयल को अपने विशेष चिकित्सीय गुणों के लिए मसाज ऑयल में जोड़ा जाता है। उदाहरण के लिए, चंदन की गंध तंत्रिका तनाव को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। अरोमाथेरेपी मालिश उन लोगों के लिए सबसे अच्छा है जो अपनी मालिश के लिए एक भावनात्मक उपचार घटक चाहते हैं। इस प्रकार की मालिश मदद कर सकती है:
ये इस सिद्धांत पर आधारित है कि शरीर के कुछ प्वाइंट्स पूरे शरीर के सेहत से जुड़े हुए हैं। इन्हें रिफ्लेक्स पॉइंट्स कहा जाता है, जो शरीर के सभी हिस्सों से संबंधित हैं और पैरों, हाथों, चेहरे और कानों में पाए जा सकते हैं। इस मसाज में शरीर के अलग-अलग बिंदुओं पर दबाव डालकर मसाज किया जाता है।
जिन लोगों को मांसपेशियों में दर्द और तनाव है या जो केवल आराम करना चाहते हैं, उनके लिए हॉट स्टोन मसाज सर्वोत्तम है। इस तरह की चिकित्सीय मालिश एक स्वीडिश मालिश के समान है, जिसमें हॉट स्टोन का इस्तेमाल किया जाता है। यह मांसपेशियों के तनाव को कम करता है, रक्त के प्रवाह में सुधार करता है, और गर्म पत्थरों का उपयोग करके दर्द से राहत देता है।
शियात्सू मालिश (shiatsu) एक प्राचीन मालिश तकनीक जिसका उद्देश्य शरीर पर कुछ बिंदुओं पर काम करके ऊर्जा प्रवाह में सुधार करना है। शियात्सू मालिश के अंतर्निहित सिद्धांत एक्यूपंक्चर (acupuncture therapy) के समान हैं।
मांसपेशियों की चोट को ठीक करने में ये मसाज काफी मदद करता है। अगर आप चोटों से ग्रस्त हैं तो यह एक अच्छा विकल्प है क्योंकि इसका उपयोग खेल की चोटों को रोकने में मदद करने के लिए किया जा सकता है। शरीर के लचीलेपन और प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए आप खेल मालिश का उपयोग भी कर सकते हैं। ये गर्द, चिंता और मांसपेशियों में तनाव को कम कर सकता है।
किसी भी तरह के मसाज करवाने से पहले, ज्यादा भोजन करने या शराब पीने से बचें। खूब सारा पानी पीना भी एक अच्छा उपाय है, जो आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में आपके शरीर की मदद करेगा। साथ ही आपको मसाज करवाते वक्त इन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए। जैसे कि
बॉडी मसाज से जुड़ी ऐसी ही अन्य जानकारियों और मसाज के प्रकारों (Types of Massage in hindi), उनके फायदे (benefits of massage therapy) और नुकसानों (side effects of massage therapy) के बारे में विस्तार से जानने के लिए आप ऑनली माय हेल्थ के बॉडी मसाज (body massage in hindi) पर पढ़ सकते हैं।
Source: American Massage Therapy Association.