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बवासीर में ऐसे करें तुलसी के पत्ते का इस्तेमाल, दर्द और ब्लीडिंग से मिलगी राहत

Basil Leaves Benefits in Piles: तुलसी की पत्तियों में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण बवासीर में फायदेमंद होते हैं।

Prins Bahadur Singh
Written by: Prins Bahadur SinghUpdated at: Nov 29, 2023 16:28 IST
बवासीर में ऐसे करें तुलसी के पत्ते का इस्तेमाल, दर्द और ब्लीडिंग से मिलगी राहत

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Basil Leaves Benefits in Piles: मॉडर्न लाइफस्टाइल, तला-भुना और मसालेदार भोजन का ज्यादा सेवन और फास्ट फूड्स का नियमित सेवन शरीर को गंभीर रूप से बीमार कर रहा है। इन आदतों की वजह से बवासीर जैसी गंभीर बीमारी का भी खतरा रहता है। बवासीर से छुटकारा पाने के लिए आपको डाइट और लाइफस्टाइल का विशेष ध्यान रखना चाहिए। बवासीर जैसी गंभीर बीमारी में मरीज की हालत गंभीर हो जाती है और इसकी वजह से शरीर अन्य बीमारियों का भी शिकार हो सकता है। गंभीर रूप से इस बीमारी का शिकार हो जाने पर मरीज को सर्जरी करानी पड़ सकती है। बवासीर की बीमारी होने पर तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसका इस्तेमाल करने से ब्लीडिंग और दर्द को कम करने में भी मदद मिलती है। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं बवासीर में तुलसी की पत्तियों के फायदे और इसके इस्तेमाल का सही तरीका।

बवासीर में तुलसी के पत्ते के फायदे- Basil Leaves Benefits in Piles in Hindi

आयुर्वेद में तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल कई गंभीर बीमारियों के इलाज में किया जाता है। तुलसी में मौजूद गुण शरीर के लिए रामबाण होते हैं। यही कारण है कि सर्दी-जुकाम से लेकर बुखार या वायरल संक्रमण होने पर तुलसी की पत्तियों का काढ़ा पीने की सलाह दी जाती है। तुलसी की पत्तियों में मौजूद गुण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने से लेकर इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं। इसमें विटामिन सी, विटामिन ए, जिंक, कैल्शियम, आयरन और क्लोरोफिल पाए जाते हैं। शरीर को स्वस्थ और फिट बनाने में इसका सेवन बहुत मददगार होता है।

Basil Leaves Benefits in Piles

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आरोग्यं हेल्थ सेंटर के आयुर्वेदिक डॉ एसके पांडेय कहते हैं कि, "तुलसी की पत्तियों में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। बवासीर में इसका सेवन करने से ब्लीडिंग, सूजन और दर्द कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा तुलसी का सेवन करने से पेट भी ठीक रहता है।" बवासीर की समस्या मुख्य रूप से दो तरह की होती है- खूनी बवासीर और बादी बवासीर। पाइल्स की शुरुआत होने पर कई बार मरीजों को यह भी पता नहीं चल पाता है कि उन्हें पाइल्स या बवासीर है। सही समय पर इसके लक्षणों को पहचानकर इलाज लेने से मरीज जल्दी ठीक हो सकता है।

बवासीर में कैसे करें तुलसी की पत्तियों का सेवन?- How To Use Basil Leaves in Piles?

तुलसी की पत्तियों में मौजूद गुण खूनी और बादी दोनों तरह की बवासीर में फायदेमंद होते हैं। बवासीर में तुलसी की पत्तियों का रस निकालकर पीने से फायदा मिलता है। रोजाना सुबह के समय तुलसी की पत्तियों का एक चम्मच रस एक चम्मच गर्म पानी के साथ पिएं। नियमित रूप से ऐसा करने से बवासीर में ब्लीडिंग, दर्द और सूजन से राहत मिलेगी।

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बवासीर की समस्या ज्यादातर लोगों में कब्ज और पेट की खराबी के कारण होती है। असंतुलित खानपान या बहुत ज्यादा मसालेदार भोजन खाने से बवासीर की समस्या का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा बहुत ज्यादा देर एक ही जगह पर बैठने या खड़े रहने के कारण भी कुछ लोगों में बवासीर की समस्या हो सकती है। इस समस्या से बचने के लिए आपको खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। डाइट में फाइबर युक्त फूड्स, हरी सब्जियां और फलों को जरूर शामिल करें। 

(Image Courtesy: Freepik.com)

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