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ये 4 बुरी आदतें बढ़ा सकती हैं स्ट्रेस लेवल, आज ही सुधारें

स्क्रीन पर ज्यादा टाइम बिताना, अच्छी नींद न लेना और नशे की लत। ये सब बुरी आदते हैं। इनकी वजह से आपका स्ट्रेस लेवल बढ़ सकता है।

Meera Tagore
Written by: Meera TagoreUpdated at: Jun 14, 2023 18:40 IST
ये 4 बुरी आदतें बढ़ा सकती हैं स्ट्रेस लेवल, आज ही सुधारें

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Bad Habits That Encourage Stress: दिनों दिन लोगों पर काम का दबाव बढ़ता जा रहा है। फिर चाहे वह महिला हो या पुरुष। एक तरह ऑफिस के टार्गेट पूरे करने होते हैं, वहीं दूसरी तरफ घर-परिवार के देख-रेख की जिम्मेदारी है। घर और ऑफिस को मैनेज करते-करते निजी जिंदगी पूरी तरह बोझिल हो जाती है। यही कारण है कि आजकल ज्यादातर लोग तनाव और डिप्रेशन जैसी कई तरह की मानसिक बीमारियों का शिकार हो चुके हैं। विशेषज्ञों की मानें, तो इसके पीछे कहीं-न-कहीं आपकी अपनी गलत आदतें भी जिम्मेदार हैं। सुकून साइकोथैरेपी सेंटर की फाउंडर, क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट और साइकोथैरेपिस्ट दीपाली बेदी से जाने विस्तार से। 

लंबे समय तक बैठे रहना (Sitting For Too Long)

ज्यादातर लोग आजकल बैठे-बैठे काम करते हैं। काम के लिहाज से भले यह अच्छी बात हो, स्वास्थ्य के लिए यह बिल्कुल सही नहीं है। जब आप लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठे रहते हैं, तो इससे कमर दर्द, पेट में गैस बनना आदि समस्याएं हो जाती हैं। इसके अलावा, मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, तो अगर आप लंबे समय तक एक ही जगह बैठकर एक ही तरह काम करते हैं और इसी प्रक्रिया को रोजाना दोहराते हैं, तो इससे स्ट्रेस बढ़ता है। आपको चाहिए कि लंबे समय तक एक ही जगह पर न बैठें। समय-समय पर ब्रेक लें, सीट से उठें और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें।

Unhealthy Sleeping Habits

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नींद की बुरी आदतें (Unhealthy Sleeping Habits)

आजकल नाइट लाइफ कल्चर तेजी से फैल चुका है। हालांकि, लोग सिर्फ रात को पार्टी करने के ही नहीं जगते हैं, बल्कि लेट नाइट काम भी किया जाता है। जबकि, प्राकृतिक नियम यह है कि हमें रात को सोना चाहिए और दिन में जगना चाहिए। लेकिन नींद की इन्हीं बुरी आदतों के कारण स्ट्रेस बढ़ जाता है। अगर समय रहते अपनी नींद की आदतों में सुधार न किया जाए, तो स्ट्रेस काफी ज्यादा बढ़ सकता है, जिसे कंट्रोल करना मुश्किल हो सकता है।

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सोशल मीडिया पर ज्यादा समय बिताना (Overusing Social Media)

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अगर आप सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा समय बिताते हैं, तो यह भी आपके लिए स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। इसका मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है। वैसे भी आज की तारीख में ज्यादातर लोग खुद को एंटरटेन करने के लिए सोशल मीडिया पर ज्यादा से ज्यादा समय बिताते हैं। लेकिन, बाहरी दुनिया से संपर्क कम होने के कारण स्ट्रेस का स्तर बढ़ रहा है। स्क्रीन टाइम कम करें, रिफ्रेश होने के लिए घर से बाहर निकलें, वॉकिंग करें। इस तरह की एक्टिविटी आपको स्ट्रेस से दूर रखेगी।

नशे की लत होना (Addiction)

जो लोग नशा करते हैं, विशेषकर स्मोकिंग करते है, उनका स्ट्रेस का स्तर भी अक्सर ज्यादा होता है। हालांकि, ज्यादातर आम लोगों का मानना है कि स्मोकिंग करने से तनाव कम होता है। जबकि विशेषज्ञों का दावा है कि स्मोकिंग करने से टेंशन और एंग्जाइटी बढ़ती है। दरअसल, सीगरेट में निकोटिन होता है, जिसका सेवन करने से लोग खुद को रिलैक्स फील करते हैं। जबकि निकोटिन स्ट्रेस, एंग्जाइटी के लक्षणों के अहसास को कम करता है। तनाव कम करने में स्मोकिंग या अन्य नशीले पदार्थ का कोई योगदान नहीं होता है। बल्कि आप कह सकते हैं कि समय के साथ इसकी क्रेविंग बढ़ती जाती है, जो टेंप्रेरी तौर पर आपके तनाव के स्तर को कम करने का अहसास दिलाता है।

image credit: freepik

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