Back Massage Importance in Babies In Hindi: छोटे शिशुओं की मसाज करना बहुत जरूरी माना जाता है। बड़े-बुजुर्गों की मानें, तो बच्चों की महज पांच मिनट तक अच्छी मसाज करने से उनकी हड्डियां मजबूत होती हैं, उनका ब्रीदिंग पैटर्न इंप्रूव होता है और मसाज के बाद उन्हें नींद भी अच्छी आती है। इसलिए, हर मां को चाहिए कि वे अपने बच्चे की बॉडी मसाज जरूरी करे। डॉक्टर की मानें, तो महज पांच की मसाज की मदद से बच्चे की सेहत में बहुत ही अच्छे असर देखने को मिल सकता है। विशेषकर, बच्चों की पीठ की मसाज जरूर करनी चाहिए। शायद आपको यह जानकर हैरानी हो कि बच्चां की बॉडी मसाज करने से मां और बच्चे का बॉन्ड स्ट्रॉन्ग होता है। खैर, इस लेख में हम आपको बताएंगे कि बच्चे की मसाज कैसे करें और इससे होने वाले फायदे क्या-क्या हैं। इस संबंध में बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर पवन मंडाविया ने एक इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है।
शोल्डर स्लाइड- Shoulder Slide
बच्चे को सबसे पहले पेट के बल लेटाएं। अब शोल्डर स्लाइड यानी कंधे से नीचे की ओर हल्के हाथों से उसके कंधों की मसाज करें। इससे बच्चे के कंधे मजबूत होते हैं। इससे उसे घुटनों के बल चलने में मदद मिलती है, अच्छी नींद आती है, वह रिलैक्स फील करता है और पेट से जुड़ी कुछ समस्याओं से भी राहत मिलती है। हालांकि, इस मसाज के दौरान बच्चे के स्पाइन की ओर ज्यादा दबाव न बनाएं। इसके अलावा, अगर आपको सही तरह से मसाज करना न आता हो, तो किसी एक्सपर्ट से इस संबंध में मदद ले लें।
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स्मॉल स्पाइरल्स- Small Spirals
इसका मतलब है बच्चे की पीठ में स्पाइरल शेप बनाते हुए हल्के हाथों से मसाज करनी है। यह स्टेप भी बच्चों के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है। इससे बच्चे को फील गुड का अहसास होता है। इसके अलावा, स्मॉल स्पाइरल्स की तरह मसाज करके आप उसे सोने में मदद कर सकते हैं। यही नहीं, स्मॉल स्पाइरल्स की मदद से बच्चा अपने मां का स्पर्श महसूस कर सकता है, जो कि बच्चे को उसके मां के साथ बॉन्ड को स्ट्रॉन्ग करने में मदद करता है।
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रिवर्स पेडल- Reverse Paddle
इस प्रक्रिया के तहत दोनों हाथों को पीठ पर हॉरिजेंटली ऑपोजिट दिशाओं में रखें। इसके बाद बच्चे के पीठ पर हल्के हाथों से मसाज करते हुए हाथों को ऑपोजिट डाइरेक्शन में ले जाएं। मसाज का यह तरीका भी बहुत आरामदाकय है। इससे बच्चे के पेट पर भी दबाव बनता है। इसके अलावा, पीठ पर हो रही मसाज की वजह से ग्रॉस मोटर डेवेलपमेंट भी सही तरह से होती है। आपको बता दें कि यह एक तरह की स्किल है, जिसमें पूरे बॉडी की मूवमेंट शामिल होती है। अगर सही तरह से बच्चे की पांच मिनट तक पीठ की मसाज की जाए, तो वह जल्दी मूवमेंट करने लगता है और ग्रोथ भी बेहतर तरीके से होती है।
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मसाज करने के फायदे- Benefits of Massage For Infants
मसाज करने से बहुत सारे फायदे बच्चों को मिलते हैं, जैसे-
- कई बच्चे बेवजह रोते रहते हैं। इसकी कोई भी वजह हो सकती है, जैसे थकान, भूख, चिड़चिड़ापन आदि। अगर बच्चे की सही तरह से मसाज की जाए, तो बच्चे का रोना बंद हो जाता है। उसे अच्छा महसूस होता है। मसाज के बाद अक्सर बच्चे पॉजिटिव नजर आते हैं।
- मसाज करने से बच्चे की पेट से जुड़ी समस्याएं कम होती हैं। हालांकि, इसके लिए बच्चे की पीठ के साथ-साथ पेट की मसाज भी करनी जरूरी होती है। पेट में मसाज करते समय हाथों को हल्का रखना होता है। इससे बच्चे के पेट से गैस रिलीज होती है। इस तरह पेट से जुड़ी उसकी समस्याओं में भी कमी नजर आने लगती है।
- मसाज करने से बच्चे की नींद भी बेहतर होती है। अगर कोई बच्चा लंबे समय तक न सोए, तो उसकी मसाज कर दीजिए। मसाज करने से उसके बॉडी की मसल्स रिलैक्स हो जाती हैं और चुटकियों में उसे नींद भी आ जाती है। बताने की जरूरत नहीं है कि नींद की वजह से बच्चे की मेंटल-फिजिकल ग्रोथ बेहतर होती है।
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