टीबी एक संक्रामक रोग है जो आमतौर पर फेफड़ों को प्रभावित करता है, हालांकि यह शरीर के किसी भी अंग को प्रभावित कर सकता है। यह आपके शरीर में तेजी से विकसित हो सकता है। टीबी एक जानलेवा रोग हो सकता है, लेकिन कई मामलों में यह इलाज के जरिए से रुक सकता है। पहले टीबी दुनियाभर में मौत का एक प्रमुख कारण था। लेकिन धीरे-धीरे इस रोग की स्थिति में काफी सुधार हुआ है और एंटीबायोटिक दवाओं के विकास के बाद, औद्योगिक देशों में टीबी रोग गिरने लगा।
आपको बता दें कि टीबी यानी ट्यूबरक्युलोसिस (Tuberculosis) एक बैक्टीरिया के कारण होता है। ये फेफड़ों के अलावा ब्रेन, यूटरस, मुंह, लिवर, किडनी, गले आदि में भी फैल सकता है। कोई भी शख्स अगर टीबी का मरीज है और किसी से ज्यादा करीब आकर बात करें और अगर उसके नाक और मुंह से निकलने वाली बूंद सामने वाले शख्स पर पड़ जाए तो ये उसे भी हो सकती है। इसलिए टीबी को एक संक्रमक बीमारी का नाम दिया गया है। इस रोग में लापरवाही आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है। इसलिए आपको समय से इसके लक्षण पहचानकर जांच और इलाज कराना चाहिए। आइए जानते हैं टीबी के कारण, लक्षण और बचाव क्या है।
ट्यूबरक्युलोसिस का कारण क्या है (What Causes Tuberculosis)
टीबी माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस (Tuberculosis) नामक एक बैक्टीरिया के कारण होता है। वैसे तो टीबी कई प्रकार के हो सकते हैं, लेकिन सभी तरह के टीबी का इलाज पूरी तरह से संभव है। वे बूंदों में हवा के माध्यम से फैल सकते हैं जब फुफ्फुसीय टीबी खांसी, छींक, थूक, हंसी या बातचीत वाला व्यक्ति। केवल सक्रिय टीबी वाले लोग संक्रमण को प्रसारित कर सकते हैं। हालांकि, कम से कम 2 हफ्ते तक उचित इलाज प्राप्त करने के बाद बीमारी वाले अधिकांश लोग बैक्टीरिया को संचारित नहीं कर सकते हैं।
लक्षण (Symptoms)
- खांसी।
- सांस लेने में परेशानी होना।
- वजन लगातार कम होना।
- अचानक भूख की कमी आना।
- थकान।
- बुखार।
- रात में सामान्य से ज्यादा पसीना आना।
टीबी के प्रकार (Types of T.B)
एक्टिव टी.बी
लेटेंट टी.बी
पल्मोनरी टी.बी.
बचाव (Preventions)
- जल्द निदान और इलाज लेना।
- दूसरे लोगों से तब तक दूर रहना जब तक कि संक्रमण का खतरा न हो।
- मास्क पहनना, मुंह ढंकना और हवादार कमरे में रहें।